केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 2020 के लिए छात्र-छात्राओं की स्कूल में 75 फीसदी से कम उपस्थिति को लेकर नया नियम बनाया है। जिन परीक्षार्थियों की 75 फीसदी उपस्थिति नहीं होगी उन्हें सीबीएसई एक मौका देगा। इसके लिए छात्र बोर्ड को सीधे आवेदन करेंगे। आवेदन एक से सात जनवरी 2020 तक किया जायेगा। सात जनवरी के बाद आवेदन स्वीकार नहीं किये जायेंगे।
ज्ञात हो कि 2019 की बोर्ड परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों की 75 फीसदी से कम उपस्थिति के कारण कई स्कूलों की जांच बोर्ड स्तर पर की गयी। इनमें स्कूल और छात्र की लापरवाही सामने दिखी। बोर्ड की मानें तो 2020 की बोर्ड परीक्षा में जिनकी उपस्थिति कम होगी, उसकी सूची स्कूलों को देनी होगी। इसके बाद उन छात्रों को परीक्षा देनी है या नहीं, इसका निर्णय बोर्ड करेगा।
उपस्थिति के लिए स्कूल का नहीं लगाना होगा चक्कर : अब छात्रों को अपनी उपस्थिति को सही करने के लिए स्कूल का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। स्कूल अब उपस्थिति के नाम पर छात्र या अभिभावक को गुमराह नहीं कर पायेगा। बोर्ड ने स्कूल और अभिभावको को स्पष्ट किया है कि जो छात्र 75 फीसदी उपस्थिति पूरा नहीं करेंगे, वे बोर्ड परीक्षा नहीं दे पायेंगे। बोर्ड द्वारा यह व्यवस्था 2019 में भी की गयी थी, लेकिन नोटिस देकर छोड़ दिया गया है। इस बार परीक्षा के छह महीने पहले इसकी सूचना दी गयी है। ताकि छात्र उपस्थिति को पूरा कर पायें।
नया नियम
75 फीसदी उपस्थिति नहीं होने पर सात जनवरी तक बोर्ड के पास करना होगा आवेदन
बोर्ड ने स्कूलों को उपस्थिति की गिनती एक जनवरी तक करने का दिया निर्देश
बोर्ड ने दिये हैं ये निर्देश
अभिभावकों को नियमित कक्षा करने के महत्व के बारे में बताएं
शैक्षणिक सत्र के लिए 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य की जानकारी बच्चों को देना
अगर छात्र-छात्रा ने छुट्टी के लिए आवेदन दिया है तो उसके लिए मेडिकल मांगा जाए
शॉर्ट अटेंडेंस वाले विद्यार्थियों का रेकार्ड रखना है
कम उपस्थिति वाले छात्रों को परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जायेगा, इसकी जानकारी देनी है
अटेंडेंस की गिनती एक जनवरी तक की जायेगी