जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव 2019 के परिणाम की घोषणा पर दिल्ली उच्च न्यायलय ने 17 सितंबर तक रोक लगा रखी है. हालांकि मतगणना की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है. सूत्रों के मुताबिक लेफ्ट फ्रंट के उम्मीदवार ने सेंट्रल पैनल की सभी चारों सीट पे अपना कब्ज़ा बरकरार रखा है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVP) का कोई भी उम्मीदवार लेफ्ट एकता के सामने नहीं टिक पाया. अंबेडकरवादी छात्र संगठन बापसा ने इस चुनाव में जोरदार प्रदर्शन किया है.
कांग्रेस पार्टी के छात्र संगठन एनएसयूआई ने पिछले चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में दमदार प्रदर्शन किया है. पार्टी की ओर से जारी प्रेस रिलीज में भी इस प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त किया है.
जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने ट्विटर पर कुछ इस तरह अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की:
जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एन साईं बालाजी ने चुनाव परिणाम की घोषणा में हो रही देरी के लिए ABVP को जिम्मेदार बताया है.
आपको बता दें कि बीते रात मतगणना के दौरान भी काफी गहमा-गहमी और ड्रामेबाजी चलती रही, लेकिन आज सुबह ये प्रक्रिया फिर से शुरू हुई और पूर्ण हो चुकी है. अब सिर्फ इसकी औपचारिक घोषणा ही बांकी है जिसके लिए अदालत ने 17 सितंबर तक रोक लगा रखी है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने जेएनयू छात्र संघ के चुनाव के रिजल्ट जारी करने पर रोक लगा दी है. वहीं इस मामले की सुनवाई 17 सितंबर तक के लिए टाल दी गई है. दिल्ली हाईकोर्ट में दो याचिकाएं दायर की गई थीं. एक याचिका में कहा गया था कि छात्रसंघ चुनावों में लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों का उल्लंघन किया गया है. वहीं दूसरी याचिका लगाने वाले याचिकाकर्ता की तरफ से कहा गया है कि उसने 2 बार काउंसलर का चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल किया, लेकिन दोनों बार बिना उसको बताए गलत तरीके से उसका नामांकन खारिज कर दिया गया.