
उत्तरप्रदेश पुलिस की 25 टीम विकास दुबे की खोज में जुटी है
उत्तरप्रदेश के कानपूर में पिछले हफ्ते हुए पुलिस और गुंडों के बीच हुए मुठभेड़ का मुख्य आरोपी, विकास दुबे को मंगलवार को दिल्ली के नजदीक हरियाणा के एक होटल में देखा गया। पुलिस ने बताया की विकास दुबे की मौजूदकी का पता होटल के सी सी टी वी कैमरे के फुटेज देखने के बाद चला।
पुलिस ने होटल में छापा मारकर विकास दुबे के दो आदमियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्त में आये दो में से एक आदमी ने बताया की विकास दुबे पुलिस के पहुंचने से पहले ही होटल से फरार हो गया।
पुलिस ने बताय, “हमने छापेमारी के दौरान दो आदमियों को गिरफ्तार कर लिया है जिनका नाम अंकुर और प्रभात है। हमे होटल से सी सी टी वी कैमरे की फुटेज प्राप्त हुई है जिसके बाद पता चला है की विकास दुबे वहां मौजूद था। विकास दुबे ने चेहरे पर मास्क लगा रखी थी। अंकुर ने विकास दुबे को होटल से फरार होने में मदद की थी।”
शुक्रवार को हुए मुठभेड़, जिसमे 8 पुलिसवालों की निर्मम हत्या कर दी गयी थी, के मुख्य आरोपी विकास दुबे की तलाश उत्तरप्रदेश की 25 पुलिस टीम कर रहे है। कुख्यात अपराधी विकाश दुबे पर इनाम राशि 25,000 से बढ़ा कर 2.5 लाख कर दिया गया है।
विकास दुबे को फरीदाबाद के होटल में देखे जाने के बाद, दिल्ली के समीप, हरियाणा के दो शहर, फरीदाबाद और गुडगाँव को हाई अलर्ट पर रखा गया है और दिल्ली पुलिस को भी सतर्क रहना का निर्देश दे दिया गया है।
विकास दुबे का करीब शार्प शूटर का एनकाउंटर
इन सब के बीच बीते बुधवार को, विकास दुबे का करीबी शार्प शूटर अमर दुबे को उत्तरप्रदेश की स्पेशल टास्क फाॅर्स द्वारा एनकाउंटर में मार गिराया गया। अमर दुबे का एनकाउंटर उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ से 150 किलोमीटर दूर, हमीरपुर में जिले हुआ।
बीते शुक्रवार को को कानपूर के बिकरू गांव में, विकास दुबे की तलाश में गयी पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था और उस मुठभेड़ में 8 पुलिसवालों की निर्मम हत्या कर दी गयी थी। इन सभी हत्याओं में अमर दुबे का भी हाथ था जिसके बाद पुलिस उसकी भी तलाश कर रही थी।
अपराधी को मदद करने के आरोप में पुलिसकर्मी निलंबित
विकास दुबे को छापेमारी की जानकारी मुहैया कराने के आरोप में, कानपूर के चौबेपुर थाना की 68 पुलिस कर्मियों को अभी तक निलंबित किया जा चूका है।
इन सब के बीच, उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा कानपूर पुलिस के पूर्व प्रमुख अनंत देव का भी तबादला किया जा चुका है। स्पेशल टास्क फाॅर्स के डिप्टी इंस्पेक्टर अनंत देव का तबादला मोरादाबाद के प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी में कर दिया गया है। अनंत देव पर, एक जूनियर अफसर देवेंद्र मिश्रा, जिसकी शुक्रवार को हत्या कर दी गयी थी, के द्वारा मार्च में लिखे गए खत को अनदेखा करने का आरोप है।
देवेंद्र मिश्रा ने मार्च में खत लिखकर बतया था की चौबेपुर थाना के कुछ पुलिस कर्मी बदमाश विकास दुबे की मदद कर रहे है और उनमें सबसे प्रमुख थाना अधिकारी विनय तिवारी है। खत में एक बड़े घटना होने का भी अंदेशा जताया गया था। विनय तिवारी को रविवार को निलंबित कर दिया गया है।