8 पुलिसवालों के निर्मम हत्या करने का दोषी था विकास दुबे, पिछले हफ्ते उसे पकड़ने गयी पुलिस टीम पर गोलियां चलवाई थी
कल उज्जैन में गिरफ्तार हुआ वांछित अपराधी विकास दुबे, आज सुबह कानपूर ले जाते वक़्त एनकाउंटर में मारा गया। यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फाॅर्स विकास दुबे को मध्यप्रदेश बॉर्डर से कानपूर ले जा रही थी जब ये हादसा हुआ।
आज सुबह करीब 6:30 बजे कानपूर ले जाते वक़्त रास्ते में गाड़ी पलट गयी जिसके बाद विकास दुबे ने पुलिस की बन्दूक छीनने की कोशिश की और पुलिस पर हमला बोल दिया जिसके बाद जवाबी कारवाई में पुलिस को गोलियां चलानी पड़ी। पुलिस के गोली चलाने के बाद विकास को एक गोली पेट में लगी और दूसरी छाती में जिसके बाद उसे अस्पताल लाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया।
विकास दुबे को आज कानपूर के अदालत में पेश किया जाना था।
कानपूर पुलिस ने अपने बयान में कहा, “विकास दुबे को वापस लाते वक़्त गाडी पलट गयी जिसमें अपराधी दुबे और कुछ पुलिसकर्मी ज़ख़्मी हो गए। विकास दुबे ने मौका देख कर घायल पुलिसकर्मी से बन्दूक छीन ली और भागने का प्रयास किया। भागने के बाद पुलिस ने उसे घेर लिया और उसे सरेंडर करने को कहा लेकिन उसे उसे अनसुना करके फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने बचाओ में गोली चलायी। विकास दुबे इस फायरिंग में घायल हो गया जिसके बाद उसे अस्पताल लाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया।”
पिछले हफ्ते हुए कानपूर में हुए मुठभेड़ में विकास दुबे नामजद था जिसमे उसने 8 पुलिस वालों की निर्मम हत्या कर दी थी जिसके बाद से से वो भागा नए था। विकास दुबे को कल उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर से गिरफ्तार किया गया था। विकास वहां महाकाल के दर्शन के लिए गया था जिसके बाद वहां तैनात सुरक्षकर्मियों ने उस पहचान लिए था और पुलिस को इसकी सूचना दे दी थी। एमपी पुलिस के गिरफ्त में आने के बाद वो चिल्ला चिल्ला कर कह रहा था, “मैं विकास दुबे हूँ, कानपूर वाला।”
बीते रात एमपी पुलिस ने अपराधी विकास दुबे को यूपी एमपी बॉर्डर पर यूपी के एसटीएफ को सौंप दिया था जिसके बाद उसे कानपूर लाया जा रहा था।