देशभर में आए दिन दहेज के लालच में कई विवाहिता को प्रताड़ित तो जान से मारने की खबर सामने आती रहती है. दहेज के लालच में लोग इंसानियत को भुला, दानव बन बैठते हैं. एक ऐसा ही मामला बिहार के शेखपुरा जिले से सामने आया है. एक 30 वर्षीय विवाहिता दिव्या देवी उर्फ लभली की हत्या का मामला शेखपुरा के बरबीघा थाना क्षेत्र अंतर्गत मिशन पुलिस ओपी के रामपुर सिंदाय गांव से सामने आया है. विवाहिता के पिता भूपेंद्र कुमार ने आशंका जताई है कि उसकी बेटी की दहेज की नीयत हत्या कर उसका शव गायब कर दिया गया है. इससे संबंधित मामला थाने में दर्ज कराया गया है. बरबीघा थाना में दर्ज कराई गई प्राथमिकी में जिले के अरियरी थाना क्षेत्र के बरसा गांव निवासी भूपेंद्र कुमार ने यह भी बताया है कि साल 2011 में धूमधाम से रामपुर सिंदाय गांव निवासी अर्जुन झा के पुत्र पिंटू कुमार के साथ बेटी की शादी कराई थी. दिव्या के ससुर सेवानिवृत ASI हैं, जबकि पति पिंटू कुमार झारखंड के कोडरमा रेलवे विभाग में एक कर्मचारी के रूप में में पदस्थापित हैं. उन्होंने कहा कि शादी के बाद उनकी पुत्री ने तीन बच्चों को जन्म दिया, जिसमें एक बेटा और दो बेटी शामिल है. मुकदमे में उन्होंने उल्लेख किया कि दिव्या को उसके पति, सास और ससुर सहित परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा दहेज के रूप में कार की डिमांड की जा रही थी. इसके लिए उनकी बेटी को कई बार ससुराल वालों द्वारा प्रताड़ित भी किया गया. जिसकी वजह से कई बार पति-पत्नी के रिश्ते में भी खटास आ चुकी थी. हाल में ही शेखपुरा कोर्ट में बेटी और दामाद के बीच समझौता कराया गया था, जिसके बाद वह ससुराल गई थी. बीते दिन उन्हें कहीं से गत 31 दिसंबर को सूचना मिली कि उनकी बेटी को ससुराल वालों ने हत्या की नीयत से गायब कर दिया है. इसकी सूचना मिलने के बाद उन्होंने अपनी पुत्री की खोजबीन की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला. मुकदमे में उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि दहेज में कार नहीं मिलने के कारण ससुराल वालों ने उनकी बेटी की हत्या कर लाश को गायब कर दिया है.
मामले में दिव्या के पति, सास, ससुर, ननद सहित अन्य को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. फिलहाल, इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है. गायब विवाहिता का अब तक कोई अता पता नहीं चल पाया है.