शुक्रवार को देशव्यापी लॉक डाउन के बीच रेल मंत्रालय ने तेलंगाना से झारखण्ड के लिए एक विशेष ट्रेन के परिचालन की मंजूरी दी जिसके बाद तेलंगाना में फसे झारखण्ड के 1200 प्रवासी मजदूरों को लेके सुबह 4 बजकर 50 मिनट पर तेलंगाना से हटिया, झारखण्ड के लिए ट्रेन रवाना हुई। ये फैसला केंद्र के उस निर्देश के बाद आया जिसमे कहा गया था की जो लोग अपने राज्य से बाहर किसी अन्य राज्य में फसे हुए है और उनको कोरोना बिमारी से जुड़े कोई भी लक्षण नहीं है, वो अपने राज्य लौट सकते है बशर्ते उनके राज्य के मुख्यमंत्री ऐसा चाहे तब।
इससे पहले केंद्र के देशव्यापी लॉक डाउन के निर्देश के बाद कई राज्य जिसमे पंजाब, बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान, एवं कुछ दक्षिणी राज्य शामिल है, ने केंद्र सरकार से विशेष ट्रेन के परिचालन की मांग की थी जिससे उनके राज्य के प्रवासी मजदूरों एवं अलग राज्य में फसे उनके विद्यार्थियों को वापस अपने राज्य लाया जा सके। केंद्र ने सड़क से परिचालन की मंजूरी दी थी जिसके बाद राज्यों ने अनुरोध किया था की सड़क का सफर काफी लम्बा हो जाएगा और उससे अलग व्यथा पैदा हो सकती है जिससे सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ेगी।
25 मार्च के देशव्यापी लॉक डाउन के निर्णय के बाद लाखों मजदूर अपने राज्य से दूर अलग राज्य में फसे थे जो बार बार अपने राज्य जाने की मांग कर रहे थे। अचानक आये लॉक डाउन एवं कोई आमदनी का जरिया न होने के कारण मजदूरों द्वारा घर वापस जाने की मांग की जा रही थी ताकि वो अपने घर पहुँच सके। लाखो मजदूरों ने इससे पहले परिचालन का कोई साधन ना होने के कारण अपने घर पैदल ही चल दिए थे जिससे उन्हें एवं राज्यों के प्रशासन को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।