कांग्रेस पार्टी की अन्तरिम अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाँधी ने बुधवार को नरेंद्र मोदी की सरकार से सवाल करते हुए पुछा की केंद्र सरकार बताये लॉक डाउन ख़त्म होने के बाद के क्या रोडमैप तैयार किये गए है। उन्होंने आगे सवाल करते हुए ये भी पूछा की सरकार बताये लॉक डाउन बढ़ने का निर्णय वो किन किन मानदंडों को नज़र में रख कर तय कर रही है। इन सब के बीच कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार से एक बार फिर कोविद-19 से लड़ने के लिए आर्थिक मदद के अपने मांग को दोहराया।
सोनिया गाँधी ने अपनी बात कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के द्वारा जारी एक मीटिंग में रखी। कांग्रेस अध्यक्ष ने हर राज्य के मुख्यमंत्री से अपने राज्यों में उनके दवार उठाये गए कोविद-19 से लड़ने के लिए कदमों पर भी चर्चाएँ की एवं उनसे प्रवासी मजदूरों के हालत के बारे में भी जायज़ा लिया।
कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया, श्रीमती सोनिआ गाँधी ने केंद्र सरकार से पूछते हुए सवाल उठाये की, ” 17 मई के बाद क्या ? और 17 मई के बाद कैसे ? भारत सरकार किन मानदंडों के तहत लॉक डाउन बढ़ाना तय कर रही है ?
कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस शासित राज्यों के मख्यमंत्रिओं के अलावा इस मीटिंग में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी भाग लिया जिनमे पूर्व प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और राहुल गाँधी शामिल थे।
मनमोहन सिंह ने 17 मई को लॉक डाउन हटने के बाद लेने जाने वाले केंद्र द्वारा क़दमों के बारे में जानकारी की मांग रखी। राहुल गाँधी ने कहा, ” केंद्र तुरंत अपने पेट्रोल एवं डीजल के बढ़ाये गए दामों के निर्णय को वापस ले।” उन्हीने कहा ये दामों का बढ़ाना उसे आम जनता से वसूलना बिल्कुल भी उचित नहीं है।