आरडब्लूडी की विजिलेंस टीम ने की सड़कों की जांच
– सड़कों के निर्माण में पायी अनियमितता
– मुख्यमंत्री के निर्देश पर हुई जांच
डोरवाड गांव में सड़क की जांच करते चीफ इंजीनियर व अभियंता
ग्रामीण कार्य विभाग के पटना मुख्यालय से भेजी गयी विजिलेंस टीम ने आरडब्लूडी जयनगर प्रमंडल क्षेत्राधीन कई सड़कों के निर्माण व गुणवत्ता की जांच की। विभाग के मुख्य अभियंता राजीव नयन सिंह ने टीम का नेतृत्व किया। उनके साथ राज्य मुख्यालय से दो एई भी टीम में शामिल थे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जांच हुई है। ग्राम रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष स्थानीय निवासी राम प्रसाद राउत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल कर जयनगर आरडब्लूडी डिवीजन कार्यालय में ब्याप्त भ्र्ष्टाचार, कार्यालय को जयनगर के बजाय मधुबनी से संचालित करने सहित विभिन्न प्रकार की अनियमितताओं की जांच के अलावे क्षेत्र की 11 सड़कों के निर्माण की गुणवत्ता पर प्रतिवाद किया था। विजिलेंस टीम के हेड चीफ इंजीनियर ने बताया कि उन्होंने दो दिनों में आठ सड़कों की जांच की है। अधिकांश सड़कों के निर्माण की बाबत शिकायतें सही पायी गयी हैं। वे फिर एक दौरा करेंगे व शेष शिकायतों की जांच करेंगे। वे एक सप्ताह में प्रतिवेदन विभाग को समर्पित करेंगे। सूचक राम प्रसाद राउत को इसकी सूचना नहीं देने के सम्बंध में पूछे गये एक सवाल के फवाब में उन्होंने कहा कि ऐसा कोई निर्देश विभाग के द्वारा प्राप्त नहीं है। उन्होंने स्वीकार किया कि जांच में कई विन्दुओं पर गड़बड़ियां पायी गयी हैं। जानकारी के अनुसार आरडब्लूडी प्रमंडल कार्यालय में सिवाय एक दो निम्न वर्गीय कर्मियों के अलावे कभी भी जेई, एई व कार्यपालक अभियंता नहीं रहते। सभी कार्य उनके मधुबनी स्थित आवास से संचालित होता है। अक्सर जयनगर में लोग इसको लेकर विरोध आंदोलन करते रहे हैं। कई अभियंता वर्षों से यहां जमे हुए हैं। सड़कों के निर्माण व मेंटिनेंस की गुणवत्ता का पर्यवेक्षण नहीं होने से यत्र तत्र सड़कें टूटी व क्षतिग्रस्त हैं। बाढ़ के नाम पर एफडीआर मद की राशि भी बिना काम के गबन कर दी जाती हैं। कई सड़कें कई वर्षों से अधूरी पड़ी रहने से लोगों को आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ रही है। सूचक आवेदक राम प्रसाद राउत ने कहा कि आरडब्लूडी जयनगर डिवीजन में करोड़ों की लूट व अभियंताओं की मनमानी की सही जांच के बाद प्रमाण मिलना तय है। वे फिर मुख्यमंत्री से मिल कर अवगत कराएंगे। इधर विजिलेंस जांच टीम गठन की सूचना मिलते ही विभागीय अभियंता व संवेदक सक्रिय हो गये हैं। और कुछ सड़कों पर काम शुरू कर दिया गया है।