आरजेडी को लेकर ये क्या बोल गए CM नीतीश कुमार?
बिहार में शिक्षक बहाली के साथ ही श्रेय लेने की सियासत शुरू हो गई है.
बिहार में शिक्षक बहाली के साथ ही श्रेय लेने की सियासत शुरू हो गई है…एक तरफ जेडीयू इस बहाली का श्रेय लेना चाहती है तो दूसरी तरहफ आरजेडी इसे 2020 विधानसभा चुनाव में अपने किए हुए वादे को पूरा कर श्रेय लेने की कोशिश की कर रही है.इस बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आरजेडी को नसीहत दी है. मुख्यमंत्री नीतीश ने आरजेडी के शिक्षक बहाली का क्रेडिट लेने पर आपत्ति जताई है. सीएम नीतीश कुमार बिहार पावर होल्डिंग के 11 वें स्थापना दिवस में शिरकत करने पहुंचे हुए थे. इसी दौरान उन्होंने मंच पर मौजूद आरजेडी कोटे के मंत्री आलोक मेहता को नसीहत देते हुए कहा कि अपना और अपनी पार्टी का क्रेडिट लेने में मत लगे रहिए. जो भी काम हो रहा है
सीएम ने दी आरजेडी को नसीहत
वो राज्य सरकार कर रही है. हम कभी किए गए काम का व्यक्तिगत श्रेय नहीं लेते हैं. अपना और अपनी पार्टी का क्रेडिट लेने के बजाए बोलिए की राज्य सरकार ने नियुक्ति की है. दरअसल, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सत्ता में आने से पहले बिहार के 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। उन्होंने कहा था कि कैबिनेट की पहली बैठक में पहली कलम से 10 लाख युवाओं को नौकरी देने का काम करेंगे.
तेजस्वी को श्रेय देने की तैयारी
तेजस्वी बिहार के डिप्टी सीएम बने तो आरजेडी और उसके नेता राज्य सरकार की ओर से की जा रही नियुक्तियों को तेजस्वी के वादे का असर बताते हुए इसका क्रेडिट लेने में जुट गए.आरजेडी लगातार ये बात कहती रही है कि तेजस्वी यादव ने जो वादा किया उसे पूरा किया जा रहा है…इसी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी को नसीहत दी है..राज्य में एक लाख से ज्यादा शिक्षकों की हुई बहाली का क्रेडिट भी आरजेडी और उसके नेता ले रहे हैं.
तेजस्वी ने 10 लाख नौकरी का किया था वादा
इसे तेजस्वी के 10 लाख नौकरी वाले वादे से जोड़कर बता रहे हैं.इसी को लेकर आज जब सीएम नीतीश कुमार ऊर्जा विभाग के कार्यक्रम में पहुंचे .तो कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने इसको लेकर आपत्ति जताई और कहा कि जो भी नियुक्तिया हो रही हैं वो राज्य सरकार कर रही है, ना कि यह किसी व्यक्ति या दल के करने से हो रहा है.
मिशन 2024 को लेकर श्रेय लेने की होड़
भले ही बिहार में आरजेडी और जेडीयू का गठबंधन है दोनों ही मिलकर सरकार चल रहे हैं लेकिन 2024 से पहले श्रेय लेने की होड़ इसलिए लगी है ताकि जनता के पास ये मैसेज ना जाये कि जो बिहार में शिक्षकों की बहाली हो रही है वो आरजेडी के कारण ही हो रही है.क्योंकि अगर बहाली का श्रेय सिर्फ आरजेडी ले गई तो आने वाले चुनाव में इसका खामियाजा जेडीयू को उठाना पड़ सकता है…इस बात का आंदाजा सीएम नीतीश कुमार जैसे राजनीति के माहिर खिलाड़ी को बखूबी पता है…. यही वजह है कि नीतीश कुमार ने आरजेडी को नसीहत देते हुए बहाली को सिर्फ एक पार्टी नही बल्कि सरकार के प्रयासों का फल बताने पर जोर दिया.