राय बरेली, उत्तरप्रदेश में कोविद-19 का इलाज़ कर रहे डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के एक समूह के द्वारा बुधवार की रात जारी किये गए वीडियो के सामने आने के बाद उन्हें तुरंत एक गेस्ट हाउस में भेज दिए गया। डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने वीडियो जारी कर बताया की उन्हें जिस स्कूल में उत्तरप्रदेश सरकार ने क्वारंटाइन में रखा है, उसकी हालत बहुत खस्ता है। डॉक्टरों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिख कर भी इस बात की जानकारी दी।
डॉक्टरों ने पत्र में शिकायत की, जिसमे उन्होंने लिखा, उन्हें भरोसा दिला कर अस्पताल के बगल वाले विद्यालय में भेजा गया था, जहाँ उन्हें अलग क्वाटर देने की भी बात कही गयी थी, लेकिन ऐसा कुछ मौके पर उपलब्ध नहीं कराया गया।
डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा 2 वीडियो जारी किये गए, पहला बुधवार की सुबह 3 बजे के करीब और दूसरा दोपहर को। दोनों वीडियो के माध्यम से ये बताने की कोशिश की गयी की जहाँ उन्हें रखा गया है वहां के हालत बहुत ही भयावह है।
पहले वीडियो में एक स्वास्थय कर्मी स्कूल के हालत को दिखाते हुए बोल रहे है की, “सुबह के 3 बज चुके है, हमे एक कमरे में 4 खाट लगा कर दे दिया गया है जहाँ पंखा भी काम नहीं कर रहा और बाथरूम में पाइप भी काम नहीं करता है।”
दुसरे वीडियो में खाने की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़ा करते हुए डॉक्टर कहते है, “एक पॉलिथीन में सब्ज़ी और पूरी को बांधकर दे दिया गया है और उम्मीद जताई जाती है की हम इसे ही खाएंगे, क्या यही 5 सितारा इंतज़ाम किये गए है?”
तीसरे वीडियो में PPE सूट पहने एक डॉक्टर बताते है की, ऐसा इंतज़ाम नियमों के खिलाफ है। उन्होंने आगे बताया की, “जब हमे बाथरूम की शिकायत की तो इंतज़ाम करने वाले कर्मी मोबाइल टॉयलेट ले आए।” वीडियो में आगे डॉक्टरों ने शिकायत की, न तो उनके रहने के स्थान पर बिजली का प्रबंध है और ना ही ढंग से पीने का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।
इन वीडियो के सामने आने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है की डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को गेस्ट हाउस भेज दिया गया है एवं उनके हर परेशानियों को दूर कर दिया गया है।
इससे पहले हर पार्टी एवं संगठन द्वारा सरकार से डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बेहतर से बेहतर सुविधाएँ की मांग की जा चुकी है जिससे डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी को कोविद-19 से लड़ने में कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े।