
अमेरिका की यह कैसी चाल? राजदूत ने की PoK की यात्रा, बताया- आजाद जम्मू-कश्मीर
पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम की इस सप्ताह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की यात्रा की है। उन्होंने इस पूरे क्षेत्र को ‘आजाद जम्मू-कश्मीर’ कहा है। आपको बता दें कि पूरे कश्मीर को भारत अपना अभिन्न हिस्सा मानता है। अमेरिकी दूत के इस यात्रा को लेकर विदेश मंत्रालय की तरफ से अभी कोई बयान सामने नहीं आया है।
इससे पहले अप्रैल में विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी प्रतिनिधि इल्हान उमर की पीओके यात्रा को संकीर्ण मानसिकता वाली राजनीति करार दिया था। हालांकि, बीते तीन साल में किसी अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की यह पहली यात्रा थी। उमर ने अपनी यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के मुद्दे के साथ-साथ अनुच्छेद 370 की समाप्ति को लेकर भी बयान दिया था।
वहीं, अमेरिकी राजदूत की इस यात्रा का उद्देश्य पाकिस्तानी विरासत और सांस्कृतिक स्थलों को बहाल करना था। साथ ही 2005 के भूकंप के पीड़ितों के लिए अमेरिकी सहायता को उजागर करना था। इसके अलावा हाल ही में पाकिस्तान में आई बाढ़ को देखते हुए भी उन्होंने पीओके की यात्रा की है।
आपको बता दें कि किसी अमेरिकी अधिकारी का पीओके का यह दूसरा दौरा है। ब्लोम ने पूरे पीओके को एजेके (आजाद जम्मू और कश्मीर) के रूप में उल्लेख किया है। उनका यह बयान भारत सरकार की सोच और स्टैंड के खिलाफ है। भारत मानता है कि इस क्षेत्र पर 1947 में पाकिस्तान द्वारा जबरन कब्जा कर लिया गया था।
विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी राजदूत का यह बयान चीन को भी एक जवाब हो सकता है। चीन ने पिछले हफ्ते कहा था कि चीन-पाकिस्तान सहयोग के खिलाफ आलोचना करने के बजाय अमेरिका को पाकिस्तान के लोगों के लिए कुछ फायदेमंद काम करना चाहिए।