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राजनीति से कब संन्यास लेंगे बांध की मजबूती का दावा करने वाले, बिहार में बाढ़ पर पप्पू यादव का बड़ा सवाल

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राजनीति से कब संन्यास लेंगे बांध की मजबूती का दावा करने वाले, बिहार में बाढ़ पर पप्पू यादव का बड़ा सवाल

कोसी-सीमांचल के इलाके में आई बाढ़ में 10 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा कि लोगों के पास खाने को नहीं है, जानवर चारे के लिए तरस रहे हैं। लेकिन सरकार का दावा है कि बाढ़ से निपटने के सारे साधन हैं।

 

Pappu Yadav News: बिहार के 16 जिलों में बाढ़ है। 10 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। 8 जगहों पर तटबंध टूट गए हैं। सात जिलों में बिजली आपूर्ति बाधित है। लोग सड़कों पर रात बिताने को मजबूर है। पशुओं के लिए चारा नहीं है। अस्पतालों में दवा नहीं है। ये सवाल पप्पू यादव के हैं, जो बिहार की बाढ़ के बीच राज्य सरकार को लगातार कठघरे में खड़ा कर रहे हैं।

‘सत्ता पक्ष दिल्ली में, विपक्ष विदेश में’

बिहार में बाढ़ से मची तबाही पर पप्पू यादव ने कहा कि इस संकट के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों जिम्मेदार हैं। पूरा बिहार जल त्रासदी से जूझ रहा है। सत्ता पक्ष दिल्ली घूम रहा है तो विपक्ष विदेश में बैठा है। वहीं एक व्यक्ति जो जीवन में कभी पानी में नहीं उतरा, ना ही उसके पुरखे कभी पानी में उतरे, लेकिन वह बाढ़ का राग अलाप रहा है।

 

बिहार में बाढ़ के लिए पिछली सरकारों को जिम्मेदार ठहराते हुए पप्पू यादव ने कहा कि पिछले 40 सालों से बिहार में जिसकी सरकार है, उसने बिहार के लिए क्या किया? कब तक कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल के लोगों को परेशान कीजिएगा। लोग भूखे मर रहे हैं, जानवरों के लिए चारे की व्यवस्था नहीं है। अस्पताल में सांप काटने की दवा नहीं है और सरकार कह रही है कि बाढ़ से निपटने के लिए उनके पास सभी साधन मौजूद हैं।

अपने पैसे पर नाव जुटा रहे लोग

पप्पू यादव ने कहा कि अभी तक एक भी कम्युनिटी किचन की शुरुआत नहीं हुई है। गांव के गांव भूखे हैं, पानी के लिए तरस गए हैं तो दूसरी तरफ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम के पास नाव चलाने के लिए तेल नहीं है। लोग किसी तरह 300 से 400 रुपए खर्च कर भाड़े की नाव से बाहर निकल रहे हैं।

पप्पू यादव ने सवाल उठाया कि आखिर नेपाल से इतना डर क्यों है कि नेपाल से बातचीत नहीं होती है। हर साल नेपाल भारत को तबाह करता है। पप्पू यादव ने कहा कि कोसी और गंडक नदी पर बने बांधों के टूटने के लिए इंजीनियर जिम्मेदार हैं, उनकी पहचान करके कार्रवाई होनी चाहिए।
पप्पू यादव ने कहा कि जो लोग दावा करते थे कि बांध टूटेंगे तो राजनीति से संन्यास ले लेंगे, तो वे लोग कब संन्यास लेंगे?

पप्पू यादव ने पीड़ितों को बांटे पैसे

पप्पू यादव के एक्स अकाउंट को देखें तो निर्दलीय सांसद बाढ़ प्रभावितों के बीच पैसे बांट रहे हैं। पप्पू यादव ने लिखा है कि न तो सरकार की ओर से मदद मिल रही है, और न ही कोई व्यवस्था है। कम्युनिटी किचन शुरू करने के लिए 50 हजार दिया है। सरकार जिम्मेदारी से भाग सकती है। मैं कैसे मुंह मोड़ लूं। वहीं 24 घंटे पहले पप्पू यादव दरभंगा में किरतपुर तटबंध टूटने के बाद वहां भी पहुंचे थे।

बता दें कि हाल में पप्पू यादव के पिता का निधन हुआ था और 29 सितंबर को उनकी याद में सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। इसी बीच पूर्णिया से निर्दलीय सांसद के इलाके में कोसी-गंडक ने अपना रौद्र रूप दिखाया है।

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