सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह खिलौनों के आयात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार नहीं कर कर रही है हालांकि स्वदेशी खिलौना निर्माताओं को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं।
वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उनसे सवाल किया गया था कि क्या सरकार देश में स्वदेशी उत्पादकों को बढ़ावा देने के लिए खिलौनों के आयात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है?
इसके जवाब में सोम प्रकाश ने कहा, ‘‘जी, नहीं। सरकार खिलौनों के आयात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार नहीं कर रही है। सरकार ने देश में स्वदेशी खिलौना निर्माताओं को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाए हैं।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारत में निर्मित खिलौनों को बढ़ावा देकर; गुणवत्ता की निगरानी करके; घटिया और असुरक्षित खिलौनों के आयात पर प्रतिबंध लगाकर; स्वदेशी खिलौना ‘क्लस्टर’ को बढ़ावा देकर; भारतीय मूल्यों, संस्कृति तथा इतिहास पर आधारित खिलौनों की डिजाइनिंग आदि करके घरेलू उद्योगों को सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध करा रही है।
उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय की परंपरागत उद्योग के पुनःसृजन के लिए निधि स्कीम (स्फूर्ति) के तहत विभिन्न क्षेत्रों जैसे खादी, कॉयर, हस्तशिल्प, हथकरघा, शहद, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, बांस आदि में 4160.46 लाख रुपए के व्यय से 14 क्लस्टरों की स्थापना की गयी है जिससे 8839 कारीगर लाभान्वित हुए हैं।