बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि बजट निल बटे सन्नाटा है. भाजपा के लोगों का सिर शर्म से झुक जाना चाहिए. कुछ नहीं मिला बिहार को. कुछ भी नहीं है. हम लोगों की तो मांग रही थी विशेष राज्य के दर्जे की, स्पेशल पैकेज तक का जिक्र नहीं हुआ. जो इन्होंने कहा वैसा कुछ हुआ क्या. भाजपा के लोग धर्म की राजनीति के देश को बर्बाद कर रही है. नाम बदल कर क्या होगा मुगल गार्डन का नाम बदल कर क्या होगा. रोटी गरीबों को मिलेगी क्या. टेक्स स्लैब बस आंख में धूल झोंकने के लिए है.
तेजस्वी यादव कहा कि बिहार को फिर से ठगा गया है. बिहार को कुछ नहीं मिला. वहीं, तेजस्वी ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि सरकार ने 2022 में कहा था कि सभी लोगों को पक्का मकान देंगे, लेकिन क्या आज के बजट में आपने ऐसा कुछ सुना. किसानों की आय दोगुनी कर देंगे, नौकरी देंगे, पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. रेलवे बजट में पहले पता चलता था कि कितनी रेलगाड़ी मिली, कितनी नई शुरू हुई, कितने कारखाने लगे, कितना रेल किराया बढ़ा या घटा. आज जनता को कुछ नहीं पता चलता है.
तेजस्वी ने कहा कि पटना यूनिवर्सिटी को सेंटर यूनिवर्सिटी बनाने की बात उन्होंने पीएम मोदी ने खुद कही थी मगर अब तक ऐसा कुछ नहीं हुआ तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्या देंगे. भाजपा के लोग धर्म की राजनीती करके लोगों का ध्यान भटका रहे हैं. देश के सविधान को खत्म किया जा रहा है. इतिहास को बदला जा रहा है. वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैं समाधान यात्रा पर हूं, बजट नहीं देख सका, हर साल बजट देखता था, लेकिन चूंकि कार्यक्रम तय था इसलिए मैं देख नहीं पाया कि बजट में क्या कुछ कहा गया है. मैं वापस लौट कर देख लूंगा कि बजट में क्या रहा. हम लोग अपनी बात पहले ही वहां जाकर अपनी बात कह चुके हैं. उन्होंने वित्त मंत्री विजय चौधरी से पूछा कि बजट में क्या है आप लोग जाकर दिल्ली में अपनी बात रख कर आए हैं. कुछ हुआ. वित्त मंत्री ने कहा कि अभी तक जो बजट आया उसमें बिहार की अपेक्षा के अनुरूप कुछ भी नहीं है.