नवादा देशभर में साइबर अपराध गिरोह का जड़ बन चुका है. आए दिन विभिन्न प्रदेशों की पुलिस नवादा पहुंचकर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले जा रही है. इतना ही नहीं करोड़ों रुपये भी इन साइबर ठगों के पास से बरामद हो चुकी है. बावजूद इसपर अंकुश नहीं लग रहा है. ऐसे ही एक मामले में हरियाणा राज्य के पानीपत की पुलिस ने वारिसलीगंज निवासी को साइबर ठगी के आरोप में पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है. पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार साइबर ठग अर्जुन राउत का पुत्र रंजीत राज बताया जा रहा है. उसके निशानदेही पर वारिसली गंज थाना क्षेत्र के निवासी शिव नारायण राय के पुत्र नीतीश कुमार को उसके घर से गिरफ्तार किया गया.
कोलकाता से साइबर ठग गिरफ्तार
उक्त ठगों के पास से पानीपत पुलिस ने 40 हजार रुपये नगदी सहित कई बैंकों के पासबुक, दो एंड्रॉयड मोबाइल, एक एटीएम और 5 फर्जी सिम को पुलिस ने बरामद किया है. वारिसलीगंज पहुंची पानीपत जिले के मॉडल टाउन थाना के एसआई दीपक कुमार ने बताया कि स्थानीय सुभाष भाटिया ने कांड संख्या- 409/22 दर्ज कराकर 50 लाख रुपये लोन दिलाने के नाम पर 1.76 लाख रुपये की ठगी की.
करोड़ों रुपये की ठगी
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद वैज्ञानिक तकनीकी व मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने टीम ठग माफिया रंजीत को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि रंजीत के गिरोह में वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के अनेकों लोगों का नाम सामने आया है, जिसे गुप्त रखा गया है. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. बताया जा रहा है कि रंजीत इस गिरोह को चलाने के लिए बेरोजगार युवकों को रुपये कमाने का शॉटकट रास्ता बताकर प्रलोभन दे रहा है और अपराध के दलदल में धकेलने का काम करता है. पानीपत पुलिस टीम में हवलदार पवन कुमार व हवलदार रिंकु कुमार सहित अन्य पुलिस शामिल थे.
नवादा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में आये दिन साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी का मामला आम हो गया है. तीन दिनों पूर्व नवादा जिले के नक्सल प्रभावित रजौली क्षेत्र से दिल्ली पुलिस ने एक महिला सहित तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है.उन ठगों के पास से एक करोड़ एक लाख नगद राशि बरामद की गई थी. इसके पूर्व वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के भगवानपुर से भी 1.21 करोड़ रुपये बरामद किया जा चुका है. गौरतलब हो कि नवादा अब जामताड़ा बन चुका है, जहां पढ़े-लिखे बेरोजगारों को ठगी के दलदल में फंसाकर उनसे साइबर माफिया ठगी का काम करा रहे हैं.