भागवत साहब को खुलकर बोलना चाहिए… RSS चीफ के बयान पर संजय राउत का BJP पर हमला
संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान के बहाने विपक्ष पीएम मोदी और बीजेपी पर हमलावर है। कांग्रेस के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी पीएम पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत साहब आदरणीय है उन्हें खुलकर अपनी बात कहनी चाहिए।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को झारखंड में एक कार्यक्रम को संबोधित किया इस दौरान उन्होंने इंसान किस प्रकार अपने आप को देवता और भगवान समझ बैठा है इस बात को सबके सामने रखा। उनके इस बयान के बाद विपक्ष एक बार फिर भाजपा पर हमलावर है। कांग्रेस ने इसे नागपुर की मिसाइल का लोक कल्याण पर हमले की संज्ञा दी थी। वहीं शिवसेना संजय राउत ने भी पीएम मोदी पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि सरसंघचालक मोहन भागवत आदरणीय है आजकल जब से चुनाव का निर्णय हुआ है और मोदी जी के अल्पमत की सरकार दिल्ली में बैठी है तब से मोहन जी बहुत सी बातें बहुत ही बेबाकी से बोल रहे हैं। अब यह सुपरमैन कौन है, विष्णु के अवतार कौन है या जिस तरीके से कहा गया नॉन बायोलॉजिकल व्यक्ति कौन है यह पूरा देश जानता है।
कॉमन मैन ही सुपरमैन है
संजय राउत ने कहा कि भागवत साहब ने खुलकर बोलना चाहिए इस देश में जो हो रहा है। अभी भी अल्पमत की सरकार होने के बावजूद वह देश के लोकतंत्र के लिए और संविधान के लिए ठीक नहीं है। इस देश में कॉमन मैन ही सुपरमैन है और यह कॉमन मैन ने अपने आप को भगवान समझने वाले लोगों को बहुमत से दूर रखा है तो मैं मानता हूं कि इस देश का मतदाता कॉमन मैन ही सुपरमैन है।
यह सरकार ही डिरेल्ड है
वहीं गोंडा में रेल दुर्घटना को लेकर उन्होंने कहा कि देखिए यह सरकार ही डिरेल्ड है जब से यह नए रेलवे मंत्री ने अपना पदभार संभाला है फिर एक बार उनके कार्यकाल में आघात हुए हैं। उनके पहले कार्यकाल में 300 से ज्यादा लोगों की या पैसेंजर की मौत हुई है यह बहुत बड़ा आंकड़ा है। आप बुलेट ट्रेन लाना चाहते हैं, आप मेट्रो और सुपरफास्ट ट्रेन लाना चाहते हैं। ऐसे बहुत बड़ी योजना आपकी है लेकिन सिग्नल लाइन जो है जिसको मरम्मत की जरूरत है उस पर आपका ध्यान नहीं है तो सामान्य लोग जो है वह कैसे जिएंगे और कैसे प्रवास करेंगे?
मिलकर करेंगे सीटों का बंटवारा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में सीट बंटवारे को लेकर महाअघाड़ी गठबंधन में छिड़ी रार पर उन्होंने कहा कि तीनों पार्टी प्रमुख पार्टी है। वह अपने-अपने सीटों पर असेसमेंट कर रही है। सभी पार्टी को अधिकार है कि पूरे सीटों के ऊपर अपनी ताकत क्या है हम कहां लड़ सकते हैं उस बारे में अपना असेसमेंट करके फाइनली हम एक साथ बैठेंगे तो सीट का आदान-प्रदान होगा।