
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा की भविष्य में भारत के किसी भी राज्य को अगर उत्तरप्रदेश के प्रवासी मजदूर की किसी भी कार्य को पूर्ण करने के लिए जरूरत होगी तो उनको कार्य पर रखने से पहले उत्तरप्रदेश की सरकार से उन्हें मंजूरी लेनी पड़ेगी। हालाँकि उन्होंने कहा की उनकी सरकार अभी फिलहाल एक प्रवासी कमीशन का गठन करेगी जो ये सुनिश्चित करेगा की मजदूरों को राज्य के अंदर ही काम मिले और उन्हें भविष्य में किसी अन्य राज्य में विस्थापन न करना पड़े।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा, “मैंने अपने अफसरों को एक कमिटी के गठन का निर्देश दिया है जो ये सुनिश्चित करेगा की मजदूरों को काम राज्य के अंदर ही मिल जाये ताकि उन्हें बहार न जाना पड़े लेकिन अगर कोई और अन्य राज्य मजदूरों की मांग करता है तो हम मजदूरों को भेजने से पहले ये सुनिश्चित करेंगे की जिस राज्य ने मांग रखी है वो पहले उन मजदूरों को सामजिक सुरक्षा प्रदान करे और मजदूरों का अलग से बीमा भी कराया जाये।”
इन सब के बीच जब से देश व्यापी लॉक डाउन में ढील दी जा रही है तब से कर्णाटक जैस राज्य चाह रहे है की प्रवासी मजदूर राज्य में ही रुक जाये और जो चले गए है वो भी वापस आ जाये ताकि राज्य में रुके हुए सारे निर्माणा एवं इंडस्ट्री के कार्यों शीघ्र ही शुरू किया जा सके।
योगी आदित्यनाथ ने कहा की प्रवासी कमिशन मजदूरों को सारी सुविधा प्रदान करेगा एवं राज्य सरकार हमेशा किसी भी परिस्थिति में प्रवासी मजदूरों के साथ खड़ी रहेगी।
उत्तरप्रदेश राज्य में अब तक अलग अलग राज्यों से कोविद-19 के वजह से लगभग 20 लाख से भी ज्यादा मजदूर वापस लौट चुके है। जब से देश व्यापी लॉक डाउन की शुरुआत हुई है तब से देश के अलग अलग राज्यों से ट्रेन, बस, ट्रक से प्रवासी मजदूरों का उत्तरप्रदेश में वापस आना लगा हुआ है और जिन्हे कोई वापस जाने की सुविधा नहीं मिली वो पैदल ही वापस लौट गए है ।
इस मीटिंग में मुख्यमंत्री ने ये भी कहा की जितने भी प्रवसी मजदूर कोरोना पॉजिटिव होकर राज्य में वापस लौटे है, वो किसी अन्य राज्य की तुलना में उत्तरप्रदेश में जल्दी ठीक हो रहे है। हालांकि इस बात को साबित करने के लिए कोई डाटा उपलब्ध नहीं कराया गया।
उत्तरप्रदेश में अबतक करोना 6,200 केस एक्टिव है। उत्तरप्रदेश में जब से प्रवासी मजदूरों की वापसी का सिलसिला शुरू हुआ है तब से उत्तरप्रदेश में कोरोना केसेस बढ़ने शुरू हो गए है।