गृह मंत्रायलय ने सोमवार को पिनाराई विजयन की केरल सरकार को चिट्टी लिखा जिसमे कहा गया की राज्य सरकार द्वारा लॉक डाउन उपायों में दी गयी ढील केंद्र सरकार द्वारा ज़ारी लॉक डाउन उपायों का उलंघन करती है | चिठ्ठी में ये भी कहा गया की राज्य सरकार द्वारा लिए गए फैसले जैसे की रेस्तौरां और किताबो की दुकानों को खोलना केंद्र सरकार द्वारा लिए गए लॉक डाउन उपायों और 15 अप्रैल को डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत लिए गए आदेश का सीधा सीधा उलंघन करती है |
केरल राज्य सरकार ने इससे पहले दिशा निर्देश ज़ारी किया था, जिसके अनुसार घरेलु मदद की सेवा, बिना ए सी के नाई की दुकान, खाने पीने के रेस्तोरां (शाम के 7 बजे तक) , बिजली उपकरणों के सुधार के दूकान उस छेत्र में खुल सकते है जो कोरोना वायरस से ज्यादा प्रभावित नहीं है | चिट्टी में ये भी कहा गया की राज्य सरकार उन नियमो का पालन करने में विफल रही है जिसमे जनता के लिए बस सेवाओं पर रोक लगायी गयी थी केंद्र सरकार द्वारा ज़ारी दिशा निर्देशों के अनुसार बस सेवाएं सिर्फ स्वास्थ कर्मियों के लिए अनिवार्य है |
हालाँकि केरला के प्रमुख शाशन सचिव टॉम जोस ने इस मुद्दे को मद्देनज़र रखते हुए कहा की बस सेवाओं को खोलने का ये मतलब नहीं की इसे आम जनता के लिए पूरी तरह खोल दिया गया है, अगर हमे सरकारी विभागों को केंद्र के द्वारा ज़ारी निदेशों के अनुसार खोलना है तो हमे सुनिश्चित करना होगा की 33 प्रतिशत कर्मचारी जो काम पर लौटेंगे उनके आवाजाही के लिए कुछ उपाए हो क्यूंकि सभी के पास अपनी खुद की गाड़ी मौजूद नहीं है |
राज्य सरकार के दिशा निर्देश अनुसार अब चार पहिये गाडी में ड्राइवर के अलावा दो और यात्री और दो पहिया वाहन के पिछली सीट पर एक यात्री यात्रा कर सकेगा जिसपर केंद्र सरकार द्वारा ज़ारी निर्देश के अनुसार पहले रोक थी |
टॉम जोस ने आगे कहा की दो पहिया वाहन पर पिछली सीट पर बस परिवार के सदिस्य ही होंगे उसके अलावा किसी अनजान को बिठाने पर रोक है, ऐसा इसीलिए किआ जा रहा है क्यूंकि घर के एक सदस्य को जरुरी काम के लिए जाना पड़े तो जल्द से जल्द उसके गंतव्य स्थान पर पहुँचाया जा सके |
केरल में बीते रविवार को 2 कोरोना के केस सामने आये है | केरल में अबतक 401 केस की पुष्टि हो चुकी है जिसमे 13 बिलकुल ठीक हो चुके है |