‘लालू यादव जोकर हैं और जोकर को जोकर की तरह ही समझाया जा सकता’- JDU का अनोखा प्रदर्शन
जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने आज लालू यादव के बयान के विरोध में हास्य पूर्ण प्रदर्शन किया. भोंपू बजाकर माफी मांगने की मांग की.
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 दिसंबर से महिला संवाद यात्रा पर निकलने वाले हैं. उनकी इस यात्रा पर सियासत तेज है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे अधिकारियों के लिए लूट की यात्रा बताया. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नीतीश कुमार ‘आंख सेंकने जा रहे हैं.’ उनकी इस टिप्पणी के बाद बिहार की राजनीति गरमा गयी. जेडीयू की ओर से लगातार विरोध किया जा रहा है. 12 दिसंबर को जनता दल शिक्षा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने अनोखा प्रदर्शन किया.
जदयू का प्रदर्शनः गुरुवार को राजधानी पटना में जदयू कार्यालय से लेकर इनकम टैक्स तक जदयू के कार्यकर्ता प्रदर्शन करते नजर आए. इस दौरान जदयू के कार्यकर्ता हाथ में पोस्टर लिए हुए थे, जिसमें लालू-राबड़ी की तस्वीर बनी हुई थी. उस पर लिखा था ‘गजबे रफ्तार जोकर अवतार’. इसके साथ ही जदयू के कार्यकर्ता भोंपू बजाते नजर आए. इस दौरान जदयू के कार्यकर्ता लालू यादव की वेशभूषा में नजर आए. उन्होंने कहा कि जब भाषा की मर्यादा समाप्त हो जाती है तो नेता जोकर हो जाता है.
“लालू यादव ने महिलाओं को लेकर जो बयान दिया है, वह पूरी तरह से गलत है. उनके बयान से लगता है कि उनमें भाषा की मर्यादा नहीं है. बिहार की जनता जवाब देगी. लालू यादव जोकर हैं और जोकर को जोकर की तरह ही समझाया जा सकता है, इसी लिए हमलोग ऐसा प्रदर्शन कर रहे हैं, भोंपू बजा रहे हैं.”-कृष्णा श्रुति धर, जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के पूर्व सचिव
माफी मांगने की मांगः प्रदर्शनकारी छात्र नेताओं का कहना था कि जब तक लालू यादव माफी नहीं मांगते हैं, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा. शिक्षा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं का यह भी कहना था कि बिहार की महिलाओं को भी राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं का विरोध करना चाहिए. जब तक लालू यादव माफी नहीं मांगे, तब तक राष्ट्रीय जनता दल का कोई भी नेता अगर क्षेत्र में जाते हैं तो उन्हें काला झंडा दिखाने का काम स्थानीय महिला करें, जिससे उन्हें पता चलेगा कि भाषाई मर्यादा तोड़ने वालों के साथ महिलाएं किस तरह की व्यवहार करती हैं.