सालों से पूर्णियां के लोग राजधानी पटना तक ट्रेन चलाने की मांग कर रहे हैं। एक इंटरसिटी या द्रुत गति ट्रेन की मांग कर रहे हैं। अभी पटना तक जाने में आठ घंटे का वक्त लग रहा है। नये साल में अब यह सपना साकार होनेवाला है। रेलवे कनेक्टिविटी के मामले में पिछड़े इलाके में जिस वंदे भारत ट्रेन के चलने की लोगों ने कल्पना भी नहीं की होगी उस ट्रेन की सेवा शुरू होगी। अभी यह ट्रेन काफी सुर्खियां बटोर रहा है। देश में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस वंदे भारत एक्सप्रेस की नये साल में पूर्णियां और कटिहार वासियों को सौगात मिलने वाली है। माडर्न टेक्नोलॉजी से युक्त इस ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजा, पॉवर बैकअप,
सीसीटीवी कैमरा के साथ जीपीएस आधारित सूचना व्यवस्था भी है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार रेलमंडल के बिहार नेपाल बार्डर के जोगबनी रेलवे स्टेशन से पूर्णियां के रास्ते राजधानी पटना जंक्शन तक वंदे भारत सुपरफास्ट ट्रेन चलेगी। पूर्णियां से पटना के बीच 400 किलोमीटर की दूरी महज 4 घंटे 30 मिनट में पूरी होगी। पटना से कटिहार सवा चार घंटे और जोगबनी तक जाने में साढ़े पांच घंटा लगेगा। एसी चेयर कार के लिए 1100 रूपये अदा करना होगा।
इसमें कैटरिंग की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। कटिहार रेलमंडल में किस रफ्तार के साथ ट्रेन चलेगी यह फाइनल होना बांकी है। इतना तय है कि राजधानी की रफ्तार से तेज होगी। रेलवे ट्रैक पर 180 की द्रुत गति की रफ्तार से दौड़ने वाली ट्रेन का सपना साकार होने वाला है। देश की यह आठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन होगी। कटिहार रेलमंडल के तहत एक अन्य वंदे भारत एक्सप्रेस न्यू जलपाईगुड़ी और गुवाहाटी के बीच चलने की संभावना है।
आने वाले मार्च महीने तक ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगेगी। इसको लेकर बीते 23 दिसंबर को लेकर कटिहार जोगबनी रेलखंड के बीच जलालगढ़ और कटिहार के बीच 110 किलोमीटर की रफ्तार का स्पीड ट्रायल भी किया था। कटिहार रेलमंडल के एडीआरएम विजय चौधरी ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस के चलने की बात हुई है। इसके लिए रेलवे के वरीय अधिकारियों ने पूर्व में बैठक भी किया था। जबतक रेलवे बोर्ड की हरी झंडी नहीं मिलती है तबतक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।