‘लालू ने आपके बच्चों को पढ़ाया होता तो…’ बिहार में मुस्लिमों के बीच जाकर ऐसा क्यों बोले प्रशांत किशोर?
प्रशांत किशोर बिहार में जन सुराज यात्रा निकाल रहे हैं। इस दौरान उन्होंने करीमगंज में कहा कि बीजेपी को चुनावों में जीत आरएसएस जैसे मजबूत संगठन के कारण मिल रही है।
बिहार की राजनीति में बयान और नेता एक दूसरे के पूरक है। यहां से निकला बयान पटना से लेकर दिल्ली तक हलचल जरूर पैदा करता है। ताजा बयान बिहार मे जन सुराज यात्रा निकाल रहे प्रशांत किशोर ने दिया है। उन्होंने बहादुरगंज में जन सुराज यात्रा के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आरएसएस जैसे मजबूत संगठन के कारण भाजपा की जीत होती है। इस दौरान उन्होंने राजद की राजनीति पर निशाना साधते हुए कहा कि राजद ने मुस्लिमों के बच्चों को पढ़ाया होता तो आज प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं बनती।
प्रशांत किशोर ने बहादुरगंज के काॅलेज मैदान में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में मुस्लिमों की स्थिति दलितों से भी ज्यादा खराब बताई गई थी। उस समय भाजपा या मोदी की सरकार नहीं थी बल्कि लालू यादव और कांग्रेस की सरकार थी जिसे मुस्लिमों ने पूरा सपोर्ट किया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और लालू यादव आपके बच्चों को पढ़ाया होता तो कोई मोदी या भाजपा की सरकार नहीं बनती। प्रशांत किशोर ने कहा कि आपने अपने रहनुमाओं को चुनने में गलती कि इसी कारण आज भी पिछड़े हुए हैं।
40 प्रतिशत मुस्लिम विधायक होने चाहिए
प्रशांत किशोर ने कहा बिहार में मुसलमानो की 18% आबादी है और इसके हिसाब से 40 विधायक होने चाहिए, लेकिन सिर्फ 19 विधायक है। उन्होंने कहा कि मुसलमानो को टिकट नहीं दिया गया इस वजह से मात्र 19 विधायक है। लोग कहते है कि कांग्रेस और राजद के अलावा कोई विकल्प नहीं है इसी लिए वो विकल्प देने पहुंचे है। जब दो अक्टूबर को पार्टी का गठन होगा तब प्रशांत किशोर नेता नही बनेगा बल्कि जिसे सब लोग पसंद करेंगे उन्हे पार्टी का नेता बनाया जायेगा। वहीं उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी इसलिए चुनाव जीतते है क्योंकि उनके पीछे आरएसएस जैसे मजबूत संगठन का हाथ है। इस मौके पर यात्रा को समर्थन करने वाले कई मुस्लिम नेता भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
बिहार में पदयात्रा निकाल रहे हैं प्रशांत किशोर
बता दें कि पाॅलिटिकल रणनीतिकार प्रशांत किशोर पिछले काफी समय से बिहार की राजनीति में सक्रिय है। वे बिहार में पिछले एक साल से भी अधिक समय जन सुराज यात्रा निकाल रहे हैं। उन्होंने 30 मई 2022 बिहार के हाजीपुर से इस यात्रा की शुरुआत की थी। उस वक्त उन्होंने कहा था कि मैं अगले 10-15 महीने तक पदयात्रा करूंगा। इसी क्रम में वे सोमवार को करीमगंज पहुंचे थे। ऐसे में मुस्लिमों के बीच जाकर ऐसे बयान देना उनकी रणनीतिक सोच को उजागर करता है कि कैसे वे कांग्रेस और लालू कोर वोटर्स को अपनी ओर करने में जुटे हैं।