केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 9 दिन के अंतराल के बाद 20 मई को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग और राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल, जो अम्फान तूफ़ान पे प्रेस वार्ता कर रहे थे, के साथ मिलकर कोविद-19 पर प्रेस वार्ता की।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव, लव अग्रवाल ने 20 मई को प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा की, भारत में अब तक कोरोना मरीज के कुल संख्या में से इस बिमारी से ठीक होने का दर अब 40 प्रतिशत पहुंच गया है। इससे पहले 4 मई को जब तीसरे लॉक डाउन की घोषणा हुई थी तब भारत में इस बिमारी से ठीक होने का दर 26.59 प्रतिशत था और उससे पहले 15 अप्रैल को जब दुसरे लॉक डाउन की घोषणा हुई थी तब ठीक होने का दर 11.42 प्रतिशत था।
हालांकि इन सब के बीच भारत अब उन 11 देश की सूचि में शामिल हो गया है जहाँ कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1 लाख के पार पहुंच गयी है। भारत में अभी आधिकारिक डाटा के अनुसार, कुल कोरोना संक्रमित मरीजों में से मात्र 2.94 प्रतिशत मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है और 3 प्रतिशत को आई सी यू की जरुरत पड़ी है और 0.45 प्रतिशत मरीजों को वेंटीलेटर पर रखा गया है।
भारत में कुल मरीजों की संख्या में से लगभग 70 प्रतिशत कोरोना केसेस महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात और दिल्ली से है। महाराष्ट्र में मरीजों के ठीक होने की दर अभी मात्र 26 प्रतिशत है और फ़िलहाल गुजरात में कोरोना से मृत्यु दर 6 प्रतिशत है जो पूरे भारत के मृत्यु दर से लगभग दोगुना है।
20 मई को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने भी काफी दिनों बाद फिर से उनके द्वारा पूरे देश में किये गए अब तक के टेस्ट का डाटा पेश किया। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार, जब से भारत में इस कोरोना महामारी की शुरुआत हुई है तब से अब तक उनके द्वारा कुल 25,12,388 टेस्ट किये जा चुके है।
भारत के कुल जनसँख्या के अनुपात में 25,12,388 टेस्ट, बाकी विश्व के अलग अलग देश में वहां के जनसँख्या के अनुपात में किये गए टेस्ट की तुलना में बिलकुल नाम मात्र है। रूस में भारत से ज्यादा, लगभग 3,00,000 केस है और वहां मृत्यु दर भारत से कम है, लेकिन वहां लगभग प्रति एक अरब 52,000 टेस्ट किये जा चुके है, वैसे ही संक्युत राज्य अमेरिका में प्रति अरब 38,000 टेस्ट किये जा चुके है और स्पेन में भी प्रति अरब 64,000 किये जा चुके है और इन सब देश में भारत की तुलना में जनसँख्या काफी कम है। भारत का अगर टेस्टिंग आंकड़ा देखे तो भारत में प्रति अरब सिर्फ 1,800 टेस्ट हुए है अब तक।
भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1,12,442 पहुंच गयी है जिसमे से अबतक 3,438 लोगो की मौत भी हो चुकी है और 45,422 मरीज इस बिमारी से ठीक भी हो चुके है।