लोकसभा चुनाव उम्मीदवार पार्टी से निष्कासित, BSP सुप्रीमो मायावती ने दिखाया बाहर का रास्ता, जानें आखिर क्यों?
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने लोकसभा चुनाव प्रत्याशी को पार्टी से निकाल दिया है और उसका चुनाव टिकट भी काटा है। लेटर जारी करके इस एक्शन की जानकारी दी गई है, लेकिन मतदान से एक दिन पहले यह फैसला क्यों लिया गया जानें?
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले फेज की वोटिंग से एक दिन पहले बड़ी उठापटक हुई है। बहुजन समाज पार्टी ने अपने लोकसभा चुनाव उम्मीदवार को पार्टी से निकाल दिया है। पार्टी सुप्रीमो मायावती ने यह फैसला लिया।
कार्रवाई झांसी प्रत्याशी राकेश कुशवाहा के खिलाफ की गई है। राकेश पर अनुशासनहीनता का आरोप लगा है। उनको पार्टी से निष्कासित करते हुए उनका चुनाव टिकट भी काट दिया गया है। बता दें कि एक हफ्ता पहले ही पार्टी ने राकेश कुशवाहा को उम्मीदवार घोषित किया था।
एक बदलाव और एक की पदोन्नति
दूसरी ओर, बसपा जिलाध्यक्ष समेत कई पदाधिकारी भी बदले गए हैं। एक लेटर जारी करके इस एक्शन की जानकारी दी गई है, जिसके अनुसार जिलाध्यक्ष जयपाल अहिरवार को हटा दिया गया है। बीके गौतम अब नए जिलाध्यक्ष होंगे। कैलाश पाल को ललितपुर का जिला प्रभारी नियुक्त किया गया है। यह बदलाव गुटबाजी की खबरों के चलते किया गया है।
इस वजह से की गई निष्कासन की कार्रवाई
बसपा के सूत्रों के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष ने उनके खिलाफ एक्शन इसलिए लिया, क्योंकि राकेश कुशवाहा ने गलती जानकारी पार्टी को दी थी। राकेश कुशवाहा ने टिकट लेने के लिए दावा किया कि वे पार्टी के पुराने सदस्य हैं, इसलिए उन्हें उनका अनुभव देखते हुए चुनाव लड़ने का मौका दिया जाना चाहिए, लेकिन टिकट देने के बाद भी राकेश कुशवाहा ने चुनाव प्रचार में रुचि नहीं दिखाई। जांच पड़ताल करने पर पता चला कि वे बसपा नहीं सपा के सदस्य रह चुके हैं। इससे नाराज होकर पार्टी सुप्रीमो ने फैसला लिया और उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।