
अगरतला पहुंची ‘स्वर्णिम विजय मशाल’
अगरतला, छह नवंबर (भाषा) वर्ष 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारतीय सशस्त्र सेनाओं को मिली जीत की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में दो साल पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय राजधानी से रवाना की गई ‘स्वर्णिम विजय मशाल’ अगरतला पहुंच गई है।
शनिवार को शहर में ‘विजय परिक्रमा’ कराने के बाद मशाल को 57 ‘माउंटेन आर्टिलरी ब्रिगेड’ के जवानों और डॉन बोस्को स्कूल के छात्रों ने औपचारिक रूप से स्वीकार किया। ओलम्पियन दीपा करमाकर और छात्रों ने विजय मशाल का शुक्रवार को चांदमारी सेना स्टेशन पर स्वागत किया था।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विप्लब कुमार देव ने कहा, “भारतीय सेना विश्व की सर्वश्रेष्ठ सशस्त्र सेनाओं में से है। भारतीय सेना के हजारों जवानों ने मुक्ति योद्धाओं के साथ मिलकर 1971 में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में अहम भूमिका निभाई थी।” देव ने लांस नायक अल्बर्ट एक्का की वीरता को याद किया जो 1971 के युद्ध में तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान के गंगागनगर में शहीद हो गए थे।