ऑनलाइन गेम में हार के बाद कर्ज में डूबा तो फिरौती के लिए रच दी खुद के अपहरण की साजिश, हिरासत में नाबालिग
गया पुलिस ने नाबालिग अपहरण केस का पर्दाफाश किया है. ऑनलाइन गेम में हार के बाद कर्ज से उबरने के लिए झूठी साजिश रची थी.
गया: बिहार के गया में ऑनलाइन गेम में हारने के बाद कर्ज में डूबे 16 वर्षीय लड़के ने खुद के अपहरण की प्लानिंग रची थी. एक दोस्त की मदद से खुद का कथित अपहरण करवाया और फिर अपने ही मोबाइल से फोन करवाकर पिता से डेढ़ लाख की फिरौती की राशि मांगी. इस तरह की घटना सामने आने के बाद पुलिस की विशेष टीम हरकत में आई. पुलिस ने जब छानबीन शुरू की तो माजरा कुछ और समझ में आया. पुलिस ने कथित तौर पर अपहृत 16 वर्षीय नाबालिग की बारामदगी कर ली है. कुल दो नाबालिग को निरुद्ध किया गया है.
कर्ज में डूबा तो रची अपहरण की साजिश: जानकारी के अनुसार शेरघाटी के चिलीम गांव के रहने वाले व्यक्ति का बेटा गया शहर के ज्ञान भारती स्कूल में पढ़ाई करता था. वह पंत नगर मोहल्ले में रहकर पढ़ाई कर रहा था. बीते 3 दिसंबर को रंजीत कुमार ने विष्णुपद थाना में आवेदन दिया कि विष्णुपद थाना अंतर्गत पेट्रोल पंप के पास से एक व्यक्ति के द्वारा उनके पुत्र का अपहरण कर लिया गया है और डेढ़ लाख रुपये की फिरौती की राशि मांगी जा रही है. पैसे नहीं देने पर पुत्र को जान से मारने की धमकी दी जा रही है. इस मामले को लेकर विष्णुपद थाना में कांड संख्या 350/24 दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में जुटी थी.
एसएसपी की गठित विशेष टीम ने किया खुलासा: गया एसएसपी आशीष भारती ने इस मामले को लेकर एसआईटी का गठन किया था, जिसमें सिटी एसपी प्रेरणा कुमार के नेतृत्व में एएसपी टाउन, टेक्निकल सेल, विष्णुपद थाना आदि को शामिल किया गया था. पुलिस की विशेष टीम ने कार्रवाई शुरू की. इस क्रम में कुछ लोगों से पूछताछ की गई लेकिन कुछ सुराग नहीं मिल सका. इसके बाद पुलिस ने अपहृत युवक का सीडीआर खंगाला. मोबाइल का कॉल डिटेल रिटर्न खंंगालने के बाद पुलिस को अपहृत 16 वर्षीय छात्र का सुराग मिला और उसे सिविल लाइन थाना अंतर्गत वी 2 माॅल के पास से बरामद कर लिया गया. इसके बीच पुलिस को काफी कुछ मामले की भनक लग चुकी थी और माजरा समझ में आ गया था.
पुलिस भी रह गई हैरान: पुलिस ने मामले की पूरी जांच की तो हैरान रह गई. मामले की तह में पहुंची पुलिस की जांच में सामने आ गया कि यह अपहरण का मामला नहीं, बल्कि खुद की रची प्लानिंग थी. 16 वर्षीय नाबालिक ने खुद ही अपने अपहरण की साजिश रचवाई थी और साजिश के तहत दोस्त को अपना मोबाइल देकर पिता को फोन किया था और राशि भी मंगवाई थी.
अपहरण का मामला झूठा निकला: वहीं, कथित तौर पर अपहृत 16 वर्षीय लड़के से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह अपने एक दोस्त के साथ पंतनगर स्थित किराए के मकान में रहता है. वह ऑनलाइन गेम पब्जी/फ्री फायर खेलता है, जिसमें कुछ दोस्तों से कर्ज लेकर गेम में हार चुका है. अधिक कर्ज हो जाने के कारण अपने एक दोस्त के साथ मिलकर खुद के अपहरण करने की प्लानिंग तैयार की. इस प्लानिंग में उसके दोस्त के द्वारा मेरे ही मोबाइल से मेरे पिता को फोन किया गया और कॉल कर फिरौती के डेढ़ लाख की रंगदारी की राशि की मांग की गई. वहीं, यह भी कहा गया कि रंगदारी नहीं देने पर हत्या कर दी जाएगी.
हिरासत में नाबालिग आरोपी: वहीं, धमकी मिलने के बाद मेरे पिता ने 95 हजार मेरे खाते पर भेजे. इस बीच वह पटना को चला गया था. 55 हजार की निकासी एटीएम के माध्यम से की थी. पुलिस ने कथित अपहृत नाबालिक की निशानदेही पर पंतनगर स्थित एक मकान से एक और नाबालिक को निरुद्ध किया. तलाशी के दौरान पुलिस को 55 हजार की राशि और उसका मोबाइल मिला. इस मामले में दो को निरुद्ध करते हुए पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
क्या बोले एएसपी?: इस संबंध में टाउन एएसपी पारसनाथ साहू ने बताया कि ऑनलाइन गेम पब्जी/फायर फ्री में 16 वर्षीय नाबालिग काफी रुपये हारा था और वह कर्ज में चला गया था. कर्ज के रुपये उतारने के लिए उसने खुद के अपहरण की साजिश अपने दोस्त के साथ मिलकर रची. अपने मोबाइल को दोस्त को देकर फिरौती की रकम के लिए पिता के पास फोन करवाया. 95 हजार की राशि धमकी मिलने के बाद उसके पिता ने अपने बेटे के अकाउंट में डाली थी.
“गया पुलिस ने त्वरित एवं बड़ी कार्रवाई करते हुए नाबालिग अपहरण मामले का खुलासा कर लिया है. प्राथमिकी दर्ज होने के 36 घंटे के अंदर फिरोती हेतु अपहरण के मामले में अपहृत बालक को सकुशल बरामद कर लिया गया है. दो नाबालिग को निरुद्ध किया गया है. मामले में अग्रतर कार्रवाई की जा रही है.”- पारसनाथ साहू, एएसपी टाउन, गया