समस्तीपुर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जितवारपुर निजामत गांव के कई लोगों की ठगी का मामला सामने आया है. बता दें कि सरकारी लाभ दिलाने के नाम पर फर्जी खाता खुलवा कर लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा करने का मामला प्रकाश में आया है. जब इस मामले के आरोपी को गिरफ्तार करने दिल्ली पुलिस पहुंची तो स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया. लोगों के आक्रोश को देखते हुए दिल्ली पुलिस अभियुक्त को छोड़ बैरंग वापस लौट गई. इस दौरान लोगों ने कुछ देर के लिए समस्तीपुर रोसरा पथ को जाम कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि जितवारपुर गांव के ही एक युवक द्वारा जितवारपुर निजामत मुहल्ला के कई लोगों का बैंक अकाउंट खुलवाया गया था.
मजदूरी करने वाले कई लोगों का खाता खुलवाने के बाद लाभुक का पासबुक, चेक बुक, पैन कार्ड, आधार कार्ड उसने खुद रख लिया था. आरोपी देव कुमार ठाकुर पर हवाला के माध्यम से 42 लाख रुपये निकासी करने का आरोप है. यह मामला साल 2020 का बताया जा रहा है. इस संबंध में आरोपी देव कुमार ठाकुर का कहना है कि सुबह दिल्ली की द्वारका पुलिस जितवारपुर निजामत गांव उसको गिरफ्तार करने पहुंची थी. देव कुमार ठाकुर का कहना है कि गांव के ही कुछ लोगों ने उसका खाता खुलवाया था.
बाद में उसे जानकारी मिली कि गांव के ही बबलू महतो, राहुल कुमार के नाम पर खाता खुलवाया गया था. कुछ दिन पूर्व झारखंड की कोडरमा पुलिस भी यहां पहुंची थी, इन लोगों के खाते में कई बार 40 लाख रुपए से अधिक आए और उसकी निकासी की गई. जबकि उसके बारे में उन लोगों के पास कोई जानकारी नहीं है.मामले की जानकारी मिलते ही गांव के लोग आक्रोशित हो उठे और लोगों ने दिल्ली पुलिस वापस जाओ की नारेबाजी करने लगे. इस दौरान लोगों की भीड़ को देखते हुए दिल्ली पुलिस वहां से वापस हो गई. हालांकि इस दौरान दिल्ली पुलिस कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बचती नजर आई.