Home खास खबर सिंधु और साईंप्रणीत को आसान एवं सात्विक-चिराग को कठिन समूह चुनौती

सिंधु और साईंप्रणीत को आसान एवं सात्विक-चिराग को कठिन समूह चुनौती

2 second read
Comments Off on सिंधु और साईंप्रणीत को आसान एवं सात्विक-चिराग को कठिन समूह चुनौती
0
165

प्रदीप कुमार नायक
स्वतंत्र लेखक एवं पत्रकार मधुबनी जिला राजनगर निवासी,       हाल में रांची में बैडमिंटन कोच के प्रशिक्षक भारत साह ने बताया कि
टोक्यो ओलंपिक बैडमिंटन में भारत के सात्विक साईंराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को कठिन समूह मिला है, उन्हें नाक आउट(क्वार्टर फाइनल)में पहुंचने के लिये दो जीत सहित एक उलटफेर तो करना ही होगा,
विश्व विजेता पी.वी.सिंधु और विश्व कांस्य पदक प्राप्त बी.साईंप्रणीत के लिये नाक आउट(प्रि क्वार्टर फाइनल)में पहुंचना आसान होगा,
इस बार महिला और पुरुष एकल में भी समूह लीग कम नाक आउट आधार पर ही मुकाबले होंगें, पिछले ओलंपिक रियो में रजत पदक विजेता भारत की *पी.वी.सिंधु* स्वर्ण की आस से कोर्ट में उतरेंगी, छठवाँ क्रम प्राप्त सिंधु को इजरायल की क्सेनिया पोलिकार्पोवा और हांगकांग की चेयुंग नगान यि से समूह ‘जे’में खेलना है, पोलिकार्पोवा की 58वीं और चांग की 34वीं विश्व रैंकिग है, एकल में 14-14समूह में खिलाड़ियों को रखा गया है, हर समूह विजेता खिलाड़ी प्रि क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करेगा, सिंधु का प्रि क्वार्टर फाइनल13वें क्रम की डेनमार्क की मिआ ब्लिचफेल्ड से संभावित है,
तेरहवें क्रम के *बी.साईंप्रणीत* को ‘डी’समूह में नीदरलैंड्स के मार्क कल्जोयुव और इजरायल के मिशा जिलबर्मन से खेलना है, मिशा की 47वींऔर मार्क की 29वीं विश्व रैंकिंग है, लेकिन *साईंप्रणीत* को मार्क से कडी चुनौती मिल सकती है, इस साल आँल इंग्लैड बैडमिंटन में उन्होने श्रेष्ठ प्रदर्शन कर सेमी फाइनल तक दस्तक दी है और पहला सुपर-1,000सेमीफाइनल खेले है, वे भारत के लक्ष्य सेन को तीन गेमों के कडे संघर्ष में क्वार्टर फाइनल में हराकर आँल इंग्लैंड सेमी खेलनेवाले पहले डच खिलाड़ी बने है,साईंप्रणीत दोनों मैच जीते तो, उनका प्रि क्वार्टर फाइनल आठवें क्रम के डेनमार्क के नग का लोंग अन्गुस से हो सकता है,
*एक उलटफेर तो करना ही होगा भारतीय जोडी को*
विश्व नंबर 10 *सात्विक* साईंराज रैंकीरेड्डी और *चिराग* शेट्टी की जोडी पुरुष युगल के ‘अ’समूह में विश्व नंबर एक इंडोनेशिया के केविन संजया सुकमुल्जयो और मार्कुस फेर्नाडी जिदैन, विश्व नंबर तीन चीनी ताईपेई के ली यांग और वांग चि-लिन एवं इंग्लैंड के बेन लने और सीन वेंडी के साथ है,इंग्लिश जोडी की 18वीं विश्व रैंकिंग है, भारतीय जोडी अब तक टाँप-10में इस इंडोनेशियाई जोडी से ही एक बार भी नही जीत सकी है, ताईपेई जोडी इस साल बेहतर प्रदर्शन कर रही है,डेनिश प्रशिक्षक मेथियास बोई के तहत सात्विक और चिराग को 2019के अपने प्रदर्शन को दोहराना होगा एवं समूह में पहला या दूसरा स्थान हासिल करना होगा, तभी पदक की तलाश में आगे बढ सकेगें, टोक्यो में बैडमिंटन की 24जुलाई से शुरुआत होगीं, सिंधु के अलावा भारतीय खिलाड़ी पहली बार ओलंपिक में खेलेंगे,भारत के चारों खिलाड़ी हैदराबाद के गोचीबाउली इनडोर स्टेडियम में अभ्यास कर रहे हैं।

Load More Related Articles
Load More By nisha Kumari
Load More In खास खबर
Comments are closed.

Check Also

बढ़ सकती है राहुल गांधी की मुश्किलें, 12 अप्रैल को पटना कोर्ट में होना है हाजिर

साल की सजा पाने और संसद की सदस्यता गंवाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मुश्किलें और…