कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी पर बुलाये जाने के कारण कर्नाटक में एक पुलिस उपाधीक्षक को अपनी शादी की तिथि आगे बढ़ानी पड़ी। कर्नाटक के मांड्या जिले के मालावल्ली में तैनात पुलिस उपाधीक्षक एम जे पृथ्वी की शादी पांच अप्रैल को होनी थी और उन्होंने इसके लिये मार्च के अंत में छुट्टी के लिये अर्जी भी दे दी थी।
हालांकि, 15 मार्च से फैली इस महामारी के कारण उन्होंने यह महसूस किया कि लोगों का एकत्र होना सही नहीं है। इसके बाद पूरे देश में लॉकडाउन लागू हो गया। पृथ्वी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘इसके बाद हमने विवाह नहीं करने का निर्णय किया।’
विवाह की तिथि आगे बढ़ाने का एक और कारण यह भी था कि मालावल्ली में उनकी उपस्थिति भी आवश्यक थी। उन्होंने कहा, ‘मालावल्ली की पुलिस उपाधीक्षक होने के नाते मेरी उपस्थिति यहां बहुत महत्वपूर्ण थी। मालावल्ली को संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया गया है। यह रेड जोन में है।’ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के यहां 11 मामले सामने आये हैं। मांड्या से लोकसभा सदस्य एस अम्बरीश ने पुलिस उपाधीक्षक के इस कदम की सराहना की है।
कोरोना से कर्नाटक में मरने वालों की सख्या हुई 14
कर्नाटक के प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार ने शनिवार को बताया कि राज्य के विजयपुरा में कोरोना वायरस से संक्रमित 42 वर्षीय व्यक्ति की दिल का दौरा पड़ने से मौत होने के साथ ही संक्रमण से मरने वालों की संख्या 14 हो गयी है। राज्य में आज संक्रमण के 25 नए मामले भी सामने आए हैं।
मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ”विजयपुरा निवासी 42 वर्षीय व्यक्ति की घबराहट में दिल का दौरा पड़ने से 16 अप्रैल को मौत हो गई, वहीं 18 अप्रैल को आयी जांच रिपोर्ट में उसके संक्रमित होने की पुष्टि हुई। व्यक्ति (मरीज संख्या 307) मरीज संख्या-306 और मरीज संख्या-308 के साथ बेंगलुरु गया था।
कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद घबराएं नहीं क्योंकि राज्य में 104 लोग पूर्ण रूप से संक्रमण मुक्त होकर अपने घर लौट चुके हैं। मंत्री ने कहा, ”कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज संभव है और बड़ी संख्या में लोग संक्रमण मुक्त हो रहे हैं।
Source:- Hindustan