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कड़ाके की ठंडी में मुस्कान फाउंडेशन द्वारा गर्म कपड़े और कम्बल का वितरण

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मधुबनी के लदनियां,बेनीपट्टी, खुटौना सहित कटिहार,किशनगंज, अररिया,दरभंगा, समस्तीपुर के अलावे पटना के उच्च न्यायालय के गेट नम्बर पांच पर छोटी-छोटी दुकानों पर दिन भर काम करके रात में वहीं सड़क के किनारे सोने वाले दिहाड़ी मजदूर को इस सर्द रात को गर्माहट प्रदान करने के लिए उनके बीच वस्त्र के अलावे ऊनि कम्बल का वितरण मुस्कान फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष अजय कुमार प्रसाद के नेतृत्व में किया गया।इस काम मे उनके साथ कंधा से कंधा मिलाकर पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता कमल किशोर जी थे। पटना में मुस्कान फाउंडेशन की ओर से कड़ाके की ठंड के मद्देनजर गरीबों,असहाय और निर्धनों के बीच सैकड़ो कंबल वितरित किए गए।जिसे पाकर लोगों के चेहरे खुशी से खिल गए।
स्वतंत्र लेखक एवं पत्रकारिता क्षेत्र से जुड़े प्रदीप कुमार नायक कहते हैं कि पिछले कुछ समय से कड़ाके की ठंड पड़ रही हैं।लोग गर्म कपड़ों में भी ठिठुरन महसूस कर रहे हैं।ऐसे में जिन लोगों के पास पर्याप्त कपड़े नहीं हैं, उनका ठंड से बुरा हाल हैं।इसके मद्देनजर ऐसे गरीब लोगों को ठंड से राहत दिलाने के लिए मुस्कान फाउंडेशन की ओर से सैकड़ों कंबल बाटे जा रहें हैं।इससे पूर्व भी कई बार कंबलों का वितरण किया जा चुका हैं।उन्होंने कहाँ की जरूरतो को आगे भी ठंड से बचाने के लिए कंबल वितरण किए जाएंगे।मुस्कान फाउंडेशन की जितनी भी प्रशंसा की जाय शायद कम ही होगा।
मुस्कान फाउंडेशन के अध्यक्ष अजय कुमार प्रसाद , पदाधिकारियों एवं सदस्यों के अथक प्रयास करने के कारण यह फाउंडेशन दिन-हू-दिन उचाईयों और प्रगति की ओर बढ़ रहें हैं, जिसकी चर्चा मधुबनी जिला ही नही बल्कि पूरे बिहार सहित नेपाल में भी होने लगी हैं।
यहाँ बताते चलें कि
सच्चा कार्य वही हैं, जो समाज के हित को सर्वोपरि बना सके। इसलिए कहा जाता है कि समाज सेवा का मतलब तलवार की धार पर चलने का कार्य और यह कायरों का काम नहीं। जिंदगी में संघर्ष जरूरी हैं।
मतलब की दुनिया में कौन किसका सोचता है, जो जैसा देखता है वो वैसा खोजता है। ये बात भले ही सच होगी, लेकिन आज भी दुनिया में ऐसे लोग है, जो अपने मतलब और स्वार्थ को पीछे छोड़ किसी और को खुश करने में जी जान से लगे हुए है। हम बात कर रहे है मुस्कान फाउंडेशन की, जो न केवल किसी के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम करती है, बल्कि किसी भी इंसान की जान बचाने के लिए जहां तक कोशिश की जा सकती है। वहां तक उसका साथ नि:स्वार्थ भाव से देती है। रक्तदान करवाना, किसी गरीब का इलाज करवाना, किसी की पढाई में पैसे लगाना, किसी की छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी जरुरत को पूरा करना इत्यादि।
मुस्कान फाउंडेशन के समाजसेवी एवं ऊर्जावान अध्यक्ष अजय कुमार प्रसाद ने बताया की हमारी इस संस्था का एक मात्र उदेश्य है कि समाज के निराश्रित एवं अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को भी वह सुख सुविधाएँ पहुंचाने का प्रयास करना है, जिनसे अभी तक यह अछूता है। इन्ही बातों को आत्मसात करते हुए इस विकट परिस्थिति में भी हर जरूरतमंदों की हर सम्भव मदद करने का प्रयास संस्था द्वारा विगत कई वर्षों से किया जा रहा है।
उन्होने बताया की संस्था न केवल बिहार की राजधानी पटना, बल्कि आसपास के मुजफ्फरपुर,दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, कटिहार,किशनगंज, अररिया केअलावा पडोसी देश नेपाल के भी कई क्षेत्र शामिल हैं। इस के माध्यम से आश्रित व जरूरतमंद परिवारों को मुख्य धारा से जोड़ना, यही संस्था का मुख्य उद्देश्य है।
इस मौके पर संस्था के सदस्यों ने संयुक्त रूप ने कहा कि मनुष्य के जीवन की सार्थकता तब है, जब वह गरीब और असहायों की सेवा करे। मानव जीवन का यही सबसे बड़ा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि जो लोग ऐसा करते हैं, वे इंसानियत की मिसाल पेश करते हैं। जीवन का सच्चा अर्थ गरीब व जरूरतमंद को मदद करना है। समाज में आपसी भाईचारा के लिये समाज के अग्रणी व प्रतिष्ठित लोगों को सदैव आगे रहना चाहिये। इस बात पर खुशी जाहिर की कि यहाँ हमारी संस्था इस कार्य में पूरी तरह तत्पर है।
यहाँ बताते चलें कि
मुस्कान फाउंडेशन सबसे अधिक वंचित और पीड़ित बच्चों के लिए गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की दिशा में काम कर रहा हैं।यह
संस्था “एनीमिया उन्मूलन अभियान” कार्यक्रम करके एनेमिया से होने वाले खतरों और बीमारियों के बारे में महिलाओं को अवगत कराते आया हैं।

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