
Delhi Elections Result: आप-कांग्रेस साथ लड़ते तो, इन सीटों पर पलट जाती बाजी, जानें समीकरण
AAP Congress Alliance: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अगर आप और कांग्रेस साथ चुनाव लड़ते तो स्थिति कुछ और होती, लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले ही आप यह साफ कर चुकी थी कि वह किसी भी स्थिति में दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आ चुके हैं। आप पार्टी का लगातार चौथी बार सरकार बनाने का सपना टूट गया। उसे इस चुनाव में सिर्फ 22 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। जबकि बीजेपी की 27 साल बाद सत्ता में वापसी हुई है। वहीं कांग्रेस एक बार फिर शून्य पर ही सिमट गई। केजरीवाल की लोकप्रियता में गिरावट, वोटों का बंटवारा के कारण आप को हार मिली।
दिल्ली के नतीजों के बाद एक बड़ा सवाल यह है कि क्या दोनों को साथ चुनाव लड़ना चाहिए था? क्या दोनों के साथ चुनाव लड़ने समीकरण बदल सकते थे। लोकसभा में बीजेपी को हराने के लिए सभी दलों ने इंडिया महागठबंधन बनाया। हालांकि विधानसभा चुनाव में सभी दल अब अलग-अलग मैदान में उतर रहे हैं। हरियाणा और दिल्ली में दोनों दलों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा और इसका फायदा बीजेपी को हुआ।
इन 14 सीटों पर बनते कुछ ऐसे समीकरण
दिल्ली में 14 सीटें ऐसी थी जहां पर हार-जीत का अंतर कांग्रेस को मिले वोटों से कम था। यानी इन सीटों पर जितने अंतर से आप उम्मीदवार हारे थे, उससे कहीं ज्यादा वोट कांग्रेस को मिले। इससे साफ है कि कांग्रेस से गठबंधन नहीं हो पाना आप के बड़ा ही नुकसानदायक रहा। आप पार्टी ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा और 22 सीटें जीती। जबकि बीजेपी ने 68 सीटों पर चुनाव लड़ा और 48 सीटों पर जीत दर्ज की। आइये इन सीटों पर एक नजर डालते हैं।
संगम विहार में कांग्रेस को 15863 वोट मिले जबकि हार का अंतर मात्र 344 वोटों का था।
त्रिलोकपुरी में कांग्रेस को 6147 वोट मिले, जबकि हार का अंतर मात्र 392 वोट का था।
जंगपुरा में कांग्रेस को 7350 वोट मिले, जबकि हार का अंतर मात्र 675 वोटों का था।
तिमारपुर में कांग्रेस को 7827 वोट मिले, जबकि आप उम्मीदवार 969 वोट से चुनाव हार गया।
राजेंद्र नगर में कांग्रेस उम्मीदवार को 4015 वोट मिले, वहीं आप उम्मीदवार 1231 वोटों के मार्जिन से चुनाव हार गए।
मालवीय नगर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार 6770 वोट मिले, वहीं आप उम्मीदवार 2131 वोटों के मार्जिन से चुनाव हार गए।
ग्रेटर कैलाश सीट से कांग्रेस उम्मीदवार को 6711 वोट मिले, जबकि इस सीट से आप के सौरभ भारद्वाज 3188 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए।
छतरपुर सीट से कांग्रेस को 6601 वोट मिले, जबकि इस सीट से आप उम्मीदवार 6239 वोटों से चुनाव हार गए।
इसके अलावा महरौली, मादीपुर, नई दिल्ली, बादली, कस्तूरबानगर, नांगलोई जाट जैसी सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को मिले वोट और हार का अंतर बराबर का रहा।