कहते हैं इंसान अगर मुश्किल वक्त में अपना हौसला ना हारे तो कड़ी से कड़ी मुश्किल को भी पार कर सकता है. हाल ही में बिहार के बांका जिले से एक तस्वीर देखने को मिली थी, जहां प्रसव होने के बाद महिला परीक्षा देने के लिए केंद्र पहुंची थी. अब कुछ ऐसी ही तस्वीर नवादा से देखने को मिली. जहां मैट्रिक की परीक्षा दे रही काजल कुमारी की मां का निधन होने के बाद भी वो परीक्षा देने तय समय पर पहुंची. उसके जज्बे को भी लोग खूब सलाम कर रहे हैं. मां लालमुनि देवी की मौत के बाद वह पूरी तरह टूट चुकी थी. मगर सहेलियों और ग्रामीणों के समझाने के बाद काजल एग्जाम देने के लिए जीवन ज्योति स्कूल परीक्षा केंद्र पहुंची. वाकई काजल की तारीफ जितनी की जाए कम होगी.
आपको बता दें कि काजल की मां का निधन शुक्रवार सुबह हुआ था, जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया था और वह दोपहर में एक बजे परीक्षा देने पहुंची. परीक्षा केंद्र पर भी काजल के हौसले और जज्बे की चर्चा होती दिखी. केंद्र पर मौजूद शिक्षकों और सुरक्षाकर्मियों ने काजल की सराहना की. मिली जानकारी के अनुसार काजल नवादा सदर प्रखंड के ओरैना गांव की रहने वाली है. उसके पिता का नाम गोरेलाल सिंह है. इनका परिवार काफी गरीब है. काजल के परिवार ने लालमुनि देवी का अंतिम संस्कार भी च्ंदा जोड़कर किया.
साथ ही आपको बता दें कि नवादा से ही हाल ही में एक दुखद खबर आई थी. जहां मैट्रिक की परीक्षा देने जा रहे चार छात्रों की ट्रक से टक्कर हो गई थी. इस घटना में चारों छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां दो छात्रों की मौत हो गई थी. दो छात्रों का इलाज जारी है.