IPS शिवदीप लांडे कौन? जिनके इस्तीफे से हिला बिहार; चुनाव लड़ने पर दिया बड़ा बयान
बिहार में एक के बाद एक अफसर इस्तीफे दे रहे हैं। गुरुवार को IPS शिवदीप लांडे ने भी अपना पद छोड़ने का ऐलान कर दिया। अब उनके चुनाव लड़ने की खबरें आ रही हैं। तो आइए जानते हैं IPS शिवदीप आखिर कौन हैं और क्या वो सचमुच चुनाव लड़ने वाले हैं?
Bihar IPS Shivdeep Lande Latest Update: बिहार के सिंघम कहे जाने वाले IPS शिवदीप लांडे के इस्तीफे से राज्य में हड़कंप मच गया है। सभी की जुबां पर बस एक ही सवाल है कि 18 साल की शानदार सर्विस के बाद शिवदीप ने आखिर इस्तीफा क्यों दे दिया? शिवदीप के इस्तीफे से बिहार में भूचाल क्यों आ रहा है? क्या शिवदीप चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं? IPS शिवदीप आखिर कौन हैं? तो आइए जानते हैं पूर्णिया के IG रहे IPS शिवदीप लांडे की कहानी…
2006 बैच के IPS ऑफिसर
29 अगस्त 1976 को महाराष्ट्र में जन्मे शिवदीप लांडे एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई अकोला से हुई। शेगांव स्थित श्री संत गजानन महाराज इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक की डिग्री हासिल करने के बाद शिवदीप UPSC की तैयारी में जुट गए। UPSC की परीक्षा पास करने के बाद उन्हें भारतीय राजस्व विभाग में नौकरी मिली। हालांकि शिवदीप इससे संतुष्ट नहीं थे और उन्होंने दोबारा परीक्षा देने की ठानी। 2006 में UPSC की परीक्षा पास करने के बाद शिवदीप IPS ऑफिसर बने और उन्हें बिहार कैडर मिला।
कई जिलों में हुई पोस्टिंग
2006 में IPS शिवदीप की पोस्टिंग बिहार के नक्सल प्रभावित जिले मुंगेर के जमालपुर में की गई। इसके बाद उन्होंने बिहार की राजधानी पटना समेत पूर्णिया, अररिया और रोहतास में बड़े पदों पर नौकरी की। कुछ ही सालों में IPS शिवदीप की छवी सुपरकॉप की बन गई। उन्होंने कई आरोपियों को सबक सिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
खनन माफिया पर कसा शिकंजा
IPS शिवदीप की बहादुरी के किस्से बिहार में अक्सर सुनने को मिलते हैं। खनन माफिया को सबक सिखाने के लिए शिवदीप उनके घर बुलडोजर लेकर पहुंच गए थे। उन्होंने खनन अपराधियों पर जमकर शिकंजा कसा था। हालांकि इस एक्शन के बाद IPS शिवदीप को डेप्युटेशन पर महाराष्ट्र भेज दिया गया था। इस दौरान IPS शिवदीप मुंबई ATS का हिस्सा बने। 2021 में उन्हें फिर से बिहार वापस भेज दिया गया।
लड़कियों ने फोन में सेव किया नंबर
IPS शिवदीप का पटना से जुड़ा किस्सा काफी मशहूर है। उनकी पोस्टिंग बतौर SP पटना में की गई थी। इस दौरान पटना की सभी लड़कियों के फोन में IPS शिवदीप का नंबर सेव रहता था। लड़कियों को छेड़छाड़ से छुटकारा दिलाने के लिए उन्होंने यह शानदार पहल की थी। उनके समय में पटना से अपराध काफी हद तक कम हो गया था। हालांकि कुछ समय बाद ही उनका तबादला अररिया हो गया। पटना के कई लोगों ने कैंडल मार्च निकाल कर इस ट्रांसफर का विरोध किया था।
चुनाव लड़ने पर तोड़ी चुप्पी
IPS शिवदीप के इस्तीफे के बाद उनके सियासी गलियारों में उतरने के कयास लगाए जा रहे हैं। कई लोगों का कहना था कि शिवदीप प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी का हिस्सा बनने वाले हैं और वो आगामी विधानसभा चुनाव में पटना से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि IPS शिवदीप ने इन सभी अफवाहों पर विराम लगा दिया है। शिवदीप ने फेसबुक पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि वो किसी राजनीतिक पार्टी का हिस्सा नहीं बनने जा रहे हैं और न ही कोई चुनाव लड़ने के बारे में सोच रहे हैं।