बारात में गया था 18 साल का लड़का, जबरन बना दिया दूल्हा; बिहार में फिर पकड़ौआ विवाह
बिहार की राजधानी पटना में पकड़ौआ विवाह का मामला सामने आया है। युवक के घरवालों ने आरोप लगाए हैं कि उनके बेटे को अगवा किया गया है। इसके बाद उसकी जबरन शादी करवा दी गई। मामला क्या है, विस्तार से इसके बारे में जानते हैं?
Patna Crime News: बिहार की राजधानी पटना में 18 साल के युवक का पकड़ौआ विवाह करवाए जाने का मामला सामने आया है। गौरीचक थाने में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया है। युवक की जबरन शादी करवाने का वीडियो भी वायरल होने की बात परिजनों ने पुलिस को बताई है। युवक का फिलहाल कोई सुराग नहीं लग सका है। परिजनों का कहना है कि बेटे के गम में पिता की तबियत बिगड़ गई है। पिता ने पुलिस से गुहार लगाई है कि उसके बेटे को छुड़वाया जाए।
मां-जीजा ने लगाए गंभीर आरोप
युवक की पहचान महद्दीपुर गांव के शुभम कुमार के तौर पर हुई है। पीड़ित के जीजा प्रेम कुमार के अनुसार 5 दिसंबर को उसका साला शाम के समय बख्तियारपुर गांव में गया था। उसने एक शादी में जाने की बात कही थी। कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया। जिसके बाद उसकी जबरन शादी करवाई गई। इसके बाद लड़की को शुभम के घर अकेले ही भेज दिया गया। वहीं, परिजनों को अभी तक शुभम का सुराग नहीं लगा है।
मां हेमंती देवी के अनुसार बेटा शुभम अपने चचेरे भाई की शादी में गया था। वहां सपहुआ के रहने वाले सुनील राय ने साजिश रचकर पहले शुभम का अपहरण करवाया, फिर जबरन शादी करा दी। आरोप है कि वे लोग बख्तियारपुर थाना पहुंचे थे। वहां से एक गांव में गए तो पता लगा कि बेटे को कमरे में बंधक बनाया गया है। उन लोगों को बेटे से मिलने भी नहीं दिया। गौरीचक थाने के SHO विवेक कुमार के अनुसार पुलिस युवक की तलाश में रेड कर रही है। परिजनों की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।
क्या होता है पकड़ौआ विवाह?
पकड़ौआ विवाह में किसी लड़का-लड़की की सहमति जरूरी नहीं होती। इसमें पहले लड़का-लड़की में से किसी को अगवा किया जाता है, फिर दबंगई से शादी करवा दी जाती है। इसमें बैंडबाजा और बारातियों की जरूरत नहीं होती। लड़की वालों की नजर बड़े घर के लड़कों पर रहती है। मौका देखते ही वे उनको अगवा करवा लेते हैं। कुछ केस ऐसे भी होते हैं, जब उनको बहला-फुसलाकर बंधक बनाया जाता है। शादी रीति-रिवाज के साथ होने के बाद लड़के को छोड़ दिया जाता है। अगर मामला थाने जाता है तो कोशिश यही रहती है कि समझौता हो जाए। बिहार में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं।