
‘मुस्लिम संस्थानों में गैर मुस्लिम क्यों…’, वक्फ कानून के विरोध में उतरे जीतन मांझी, जताई ये आपत्ति
बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले ही एनडीए में उठापटक की स्थिति देखने को मिल रही है। एनडीए सरकार के मंत्री जीतन राम मांझी ने वक्फ बिल को लेकर विरोध जाहिर किया है। मुस्लिम संस्थानों में उन्होंने गैर मुस्लिमों की एंट्री पर सवाल उठाए हैं। मामले के बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
वक्फ कानून को लेकर जहां केंद्र सरकार को विपक्ष के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, अब एनडीए में भी विरोध के सुर दिखने लगे हैं। अब हम सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने वक्फ कानून का विरोध किया है। मांझी ने कहा कि हिंदू संस्थानों में गैर हिंदुओं को शामिल नहीं किया जाता तो मुस्लिम संस्थानों में गैर मुस्लिमों को क्यों शामिल किया जा रहा है? गया के खुरखुरा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मांझी ने वक्फ बिल, सीएम पद और कॉमन स्कूलिंग सिस्टम को लेकर अपनी बात रखी। नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम के दौरान मांझी ने कहा कि उनको इस कानून पर आपत्ति है।
सरकार की नीयत में खोट
बाबा साहेब आंबेडकर जयंती सप्ताह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मांझी ने खुलकर अपनी बात रखी। मांझी ने कहा कि वक्फ कानून को स्वीकार नहीं किया जा सकता। वे अंतिम सांस तक इस बिल के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यह एकतरफा कानून है, सरकार से वे इसे संशोधित करने को कहेंगे। कॉमन स्कूलिंग सिस्टम पर भी उन्होंने सवाल उठाए। मांझी ने कहा कि न तो पिछली सरकारों की मंशा साफ थी, न इस सरकार की। किससे डरकर सरकार कॉमन स्कूलिंग सिस्टम लागू नहीं कर रही? समान शिक्षा का सपना तभी अधूरा है, जब सरकार की नीयत में खोट है।
225 सीटें जीतने का दावा
मीडिया से बातचीत के दौरान मांझी ने राजद नेता चंद्रशेखर पर भी हमला बोला। अपने खिलाफ बयानबाजी को लेकर उन्होंने चंद्रशेखर से कहा कि वे अपने शब्दों में या तो सुधार करें या स्पष्ट करें। हम लोग मंदिरों-मस्जिदों में पूजा के लिए नहीं, भावनाओं का सम्मान करने जाते हैं। किसी की भावना का अनादर ठीक नहीं है। मांझी ने कहा कि तेजस्वी इंडिया गठबंधन के संयोजक बन सकते हैं, सीएम नहीं। नीतीश आगे भी सीएम रहेंगे। बिहार में सीएम पद के लिए वैकेंसी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि आने वाले चुनावों में एनडीए 225 सीटें जीतेगा।