
जानिए विपक्षी एकता की बैठक में शामिल हो रहे नेताओं की लोकसभा-राज्यसभा में स्थिति
पटना में विपक्षी एकता पर महामंथन के लिए तमाम पार्टियों का जुटान हो रहा है. मोदी के मैजिक से निपटने के लिए रणनीति बनाई जा रही है.
पटना में विपक्षी एकता पर महामंथन के लिए तमाम पार्टियों का जुटान हो रहा है. मोदी के मैजिक से निपटने के लिए रणनीति बनाई जा रही है. बीजेपी को सत्ता से उखाड़ने का प्लान तैयार हो रहा है. विपक्षी दलों की बैठक कितनी कामयाब होगी इसका अभी इंतजार करना होगा, लेकिन विपक्षी एकता को लेकर सवाल कई हैं, सबकी अपनी अपनी शर्ते हैं, शिकवे-शिकायत हैं. बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की पहल बड़ी है लेकिन चुनौतियां भी कम नही हैं. मौजूदा संकेत बता रहे हैं कि नेताओं की आपसी खींचतान और शर्तों के साथ बातचीत विपक्षी एकता में सबसे बड़ा रोड़ा है.
बैठक में शामिल हो रहे नेताओं की लोकसभा-राज्यसभा में स्थिति
नीतीश कुमार
(जेडीयू)
सीटें
लोकसभा 16
राज्यसभा 5
तेजस्वी यादव
(आरजेडी)
सीटें
लोकसभा 0
राज्यसभा 6
हेमंत सोरेन
(जेएमएम)
सीटें
लोकसभा 1
राज्यसभा 2
राहुल गांधी
मल्लिकार्जुन खड़गे
( कांग्रेस )
सीटें
लोकसभा 52
राज्यसभा 31
ममता बनर्जी
( टीएमसी )
सीटें
लोकसभा 22
राज्यसभा 12
एमके स्टालिन
(डीएमके)
सीटें
लोकसभा 23
राज्यसभा 10
अरविंद केजरीवाल
भगवंत मान
(आम आदमी पार्टी)
सीटें
लोकसभा 1
राज्यसभा 10
अखिलेश यादव
(समाजवादी पार्टी)
सीटें
लोकसभा 3
राज्यसभा 3
फारूक अब्दुल्ला
(जेकेएनसी)
सीटें
लोकसभा 3
राज्यसभा 0
शरद पवार
(एनसीपी)
सीटें
लोकसभा 4
राज्यसभा 4
महबूबा मुफ्ती
(पीडीपी)
सीटें
लोकसभा 0
राज्यसभा 0
दीपांकर भट्टाचार्य
CPI(ML)
सीटें
लोकसभा 0
राज्यसभा 0
डी राजा
CPI
सीटें
लोकसभा 2
राज्यसभा 2
सीताराम येचुरी
CPI(M)
सीटें
लोकसभा 3
राज्यसभा 5
बैठक में शामिल नहीं हुए विपक्षी नेता
मायावती
(बीएसपी)
सीटें
लोकसभा 10
राज्यसभा 1
चंद्रशेखर राव
(भारत राष्ट्र समिति)
सीटें
लोकसभा 9
राज्यसभा 7
नवीन पटनायक
(बीजेडी)
सीटें
लोकसभा 12
राज्यसभा 9
जगन मोहन रेड्डी
(YSR कांग्रेस)
सीटें
लोकसभा 10
राज्यसभा 1
चंद्र बाबू नायडू
(तेलुगु देशम पार्टी)
सीटें
लोकसभा 3
राज्यसभा 1
इन प्वाइंट्स को करना होगा बैलेंस!
- सभी विपक्षी दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
- एकता बनी तो कैसे होगा सीटों का बंटवारा?
- 2024 चुनाव में सफलता तो कौन बनेगा प्रधानमंत्री?
- सभी क्षेत्रीय दलों के अपने-अपने हित हैं.
- सभी दलों की विचारधारा अलग, कॉमन मुद्दे तय करने होंगे.
केजरीवाल की शर्त
केजरीवाल की अलग ही शर्त है. वे चाहते हैं कि सभी दल पहले केंद्र सरकार के अध्यादेश पर एकजुट हों और कांग्रेस भी अपना स्टैंड साफ करें. इस मुद्दे पर हकीकत ये है कि केजरीवाल ने कई नेताओं से मुलाकात की थी लेकिन राहुल और मल्लिकार्जुन खड़ग ने वक्त ही नहीं दिया. बैठक की सारी तैयारी हो चुकी है. बैठक को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. मुख्यमंत्री आवास और राबड़ी देवी आवास के आसपास पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है.