
खाते में रुपये आने की किसने उड़ाई अफवाह? सैकड़ों महिलाएं पहुंच गईं सीएसपी सेंटर
कांग्रेस के घोषणा पत्र में केंद्र में सरकार बनने पर महिलाओं को सालाना एक लाख रुपये देने का वायदा इस बार लोकसभा चुनाव में किया गया था। बिहार के कैमूर जिले में वायदे से जुड़ी अफवाह के बाद सैकड़ों महिलाएं अपना खाता खुलवाने के लिए पहुंच गईं। जिसके बाद अधिकारियों को मौके पर आना पड़ा। महिलाओं को समझा-बुझाकर वापस भेजा गया।
बिहार के कैमूर जिले में महिलाओं की सीएसपी सेंटर के बाहर भीड़ लग गई। किसी ने अफवाह फैला दी कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से जो महिलाओं को एक लाख रुपये देने का वायदा किया गया था। उसी स्कीम के तहत अब यहां खाते खोले जा रहे हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपना जो घोषणा पत्र जारी किया था। उसमें केंद्र में सरकार बनने के बाद हर महिला को सालाना एक लाख रुपये देने का वायदा किया गया था। लेकिन सरकार तो बनी नहीं, किसी ने मोहनिया नगर के अंतर्गत आते सीएसपी केंद्र पर खाता खुलवाने को लेकर अफवाह उड़ा दी। जिसके बाद शनिवार अलसुबह से ही भारी संख्या में महिलाएं सीएसपी सेंटर पहुंचने लग गईं।
लोक लुभावने वायदे को लेकर अफसरों से हुई बहस
लोकसभा चुनाव में महिलाओं को पैसे दिए जाने के लुभावने वायदे का असर चुनाव बीतने के बाद अफवाह के रूप में सामने आया। प्रशासन को किसी ने बताया कि काफी महिलाएं कैमूर जिले के अलग-अलग प्रखंडों से खाता खुलवाने के लिए मोहनिया पहुंच रही हैं। सूचना पर पहुंचे अधिकारियों द्वारा महिलाओं को समझा गया। लेकिन महिलाएं खाता खुलवाने को लेकर अफसरों से बहस करने लगीं। काफी देर तक महिलाओं को समझाने के बाद मनाया गया। जिसके बाद वे वापस गईं।
पार्षद प्रतिनिधि रविकांत ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के घोषणा पत्र में महिलाओं को एक लाख दिए जाने की बात कही गई थी। उसको लेकर ही महिलाएं खाता खुलवाने के लिए पहुंचीं। भीड़ देखकर उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी थी। पूरे मामले पर मोहनिया बीडीओ संजय दास ने खंडन करते हुए बताया कि खाता खुलवाने के लिए महिलाएं विभिन्न प्रखंडों से आ रही हैं। खाता खुलवाने पर कुछ लाभ प्राप्त होता है, यह बिल्कुल अफवाह है। ऐसा कोई स्कीम नहीं है, इतनी गर्मी है, उसके बावजूद अपने बच्चों को लेकर महिलाएं यहां पहुंच रही थीं। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे ऐसी किसी अफवाह पर ध्यान न दें। अपने घरों में रहें। महिलाओं को वापस भेज दिया गया है।