
बिहार के 4 विधायकों ने इस्तीफा क्यों दिया? कहीं नीतीश सरकार मुश्किल में तो नहीं
बिहार की नीतीश सरकार मुश्किल में फंस गई है, क्योंकि 4 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, जिनकी सीटों पर उप-चुनाव होंगे। ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म है कि उप-चुनाव के नतीजे नीतीश सरकार का भविष्य तय करेंगे।
लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने के बाद बिहार की नीतीश कुमार सरकार मुश्किल में फंसती नजर आ रही है। क्योंकि नीतीश सरकार के 4 विधायकों ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे बिहार विधानसभा में नए समीकरण बन रहे हैं, लेकिन नीतीश सरकार पर खतरा मंडरा रहा है। बिहार की सियासत गरमाई हुई है।
जीतन राम मांझी, सुधाकर सिंह, सुदामा प्रसाद के इस्तीफे के बाद अब विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने भी पद छोड़ दिया है। इनमें से 3 नेताओं ने इस्तीफा सांसद बनने के कारण दिया है। इन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को अपने इस्तीफे सौंपे। इस बीच बिहार में विधानसभा उप-चुनाव की तैयारी भी शुरू हो गई है, जिसके मतदान 10 जुलाई को होंगे और नतीजे नीतीश सरकार का भविष्य तय करेंगे।
इन विधायकों ने दिया है पद से इस्तीफा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता जीतन राम मांझी NDA के सहयोगी हैं और अब मोदी कैबिनेट में शामिल हो चुके हैं। बिहार की रामगढ़ विधानसभा सीट से सुधाकर सिंह RJD के विधायक थे। तरारी विधानसभा सीट से सुदामा प्रसाद CPI के विधायक थे। देवेश चंद्र सीतामढ़ी से लोकसभा सांसद बन चुके हैं, इसलिए उन्होंने विधायकी का पद छोड़ दिया है।
देवेश साल 2020 में JDU की टिकट से विधायक बने थे और 25 अगस्त 2022 को उन्हें विधान परिषद का सभापति बनाया गया था। वे तिरहुत से 2 बार विधान परिषद के मेंबर रहे। 2002 में निर्दलीय विधायक बने। 2008 में JDU के विधायक बने और नीतीश सरकार में आपदा प्रबंधन मंत्री बने। 2014 में तिरहुत विधानसभा से निर्दलीय विधायक बने। 2020 में फिर JDU की टिकट से विधायक बने। अब 2024 में लोकसभा सांसद बने हैं।
अब बिहार विधानसभा में विधायकों की स्थिति
विधायकों के इस्तीफे के बाद बिहार विधानसभा में नए समीकरण बन गए हैं। विधानसभा में 2 गठबंधन NDA और INDIA अलायंस हैं। इस्तीफ के बाद दोनों के 2-2 विधायक कम हो गए हैं। बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं और 122 विधायकों के समर्थन से सरकार बनती है। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली NDA सरकार ने फरवरी 2024 में फ्लोर टेस्ट दिया था, जिसमें नीतीश कुमार के साथ 129 विधायक थे।
RJD के 3 विधायक भी नीतीश कुमार के पाले में आ गए थे। RJD ने विधानसभा स्पीकर अवध बिहारी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव विधानसभा में पेश किया तो 125 विधायकों का समर्थन नीतीश सरकार को मिला। कांग्रेस के नेतृत्व INDIA अलायंस के पक्ष में 112 विधायक हैं और RJD सहयोगी है। बीमा भारती की रुपौली विधानसभा सीट पर उप-चुनाव की घोषणा हो चुकी है। RJD के 3 विधायकों की सीटों पर जल्द उप-चुनाव होंगे।