
RJD नेता का CM नीतीश पर तंज, कहा- पैर पूजा के बाद भी बिहार को नहीं मिला अहम मंत्रालय
मोदी 3.0 के नए मंत्रिमंडल का गठन किया जा चुका है. इसमें बिहार के 8 मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिली. वहीं, देश में तीसरी बार एनडीए की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाने वाली पार्टी जेडीयू को मोदी कैबिनेट में क्या जगह मिलेगी, इस पर सबकी निगाहें टिकी ह
मोदी 3.0 के नए मंत्रिमंडल का गठन किया जा चुका है. इसमें बिहार के 8 मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिली. वहीं, देश में तीसरी बार एनडीए की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाने वाली पार्टी जेडीयू को मोदी कैबिनेट में क्या जगह मिलेगी, इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई थी. मोदी 3.0 के मंत्रिमंडल में जेडीयू के दो दिग्गज नेता ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर का नाम शामिल है. ललन सिंह को को पंचायती राज, मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं, रामनाथ ठाकुर को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री की भूमिका सौंपी गई है. दरअसल, सियासी गलियारों में यह चर्चा थी कि जेडीयू को रेल मंत्रालय दिया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मोदी कैबिनेट में बिहार की भागीदारी को लेकर इसे झुनझुना बताया. अब आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह ने मंत्रालय के बंटवारे को लेकर बिहार के साथ छलावा करार दिया.
पैर पूजा के बाद भी बिहार को नहीं मिला अहम मंत्रालय
सुनील सिंह ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री ने पैर पूजा की बावजूद इसके बिहार को अहम मंत्रालय नहीं दिए गए. आगे बोलते हुए एमएलसी ने कहा कि यह बिहार का दुर्भाग्य है कि बिहार को वो विभाग नहीं दिए गए, जिससे जनता का कल्याण हो सकता था, जबकि सीएम नीतीश ने पैर पुजाई भी की थी. वहीं, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग पर कहा कि ये लोग इस पर बात भी नहीं करेंगे. सिर्फ विधानसभा चुनाव के समय राग अलापेंगे.
मोदी कैबिनेट में बिहार को थमाया झुंझूना
वहीं, बीजेपी पर हमला करते हुए सुनील सिंह ने कहा कि इन लोगों ने सिर्फ जाति-धर्म, गाय-गोबर, मंदिर-मस्जिद के नाम पर लोगों को बांटा है और मोदी कैबिनेट में एक भी मुस्लिम मंत्री को जगह नहीं दी गई. बता दें कि तेजस्वी यादव से जब मोदी 3.0 कैबिनेट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री के ऊपर है कि वे किसे कौनसा विभाग देते हैं, लेकिन जिस बिहार की वजह से वे प्रधानमंत्री बने हैं, उसी बिहार के लोगों को जब मंत्रालय दिया गया तो कहीं न कहीं झुंझूना थमा दिया गया.