
बदलेगी बिहार के स्कूलों की रंगत, किए गए 100 करोड़ रुपये आवंटित
बिहार में सरकारी स्कूलों की व्यवसथा सुधारने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. केके पाठक लगातार शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नए-नए नियम बना रहे हैं और आदेश जारी कर रहे हैं.
बिहार में सरकारी स्कूलों की व्यवसथा सुधारने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. केके पाठक लगातार शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नए-नए नियम बना रहे हैं और आदेश जारी कर रहे हैं. शिक्षा विभाग ने पटना के प्राथमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय के स्तर को सुधारने के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. 100 करोड़ की लागत से करीब 3486 स्कूलों की आधारभूत संरचना में बदलाव किया जाएगा. विभाग की ओर से जारी की गई फंडिंग से स्कूलों के लिए बेंच-डेस्क, मिड डे मील के लिए किचन शेड, प्री-फैब,स्कूल कैंपस का सौंदर्यीकरण को विकसित किया जाएगा. वहीं, इस राशि का प्रयोग किसी अन्य मद में नहीं किया जा सकता है. इसके अलावे बैंक की तरफ से जिला कोषांग के बैंक अकाउंट में 55 करोड़ रुपये दिए गए है और काम्प्रिहेंसिव फाइनेंस मैनेजगेंट सिस्टम के लिए 43.7 करोड़ रुपये दिए गए हैं.
बदलेगी बिहार के स्कूलों की रंगत
वहीं, शिक्षा विभाग की तरफ से दी जा रही राशि की निकासी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (योजना लेखा) और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) से स्वीकृति मिलने के बाद ही विभिन्न जगहों पर खर्च किया जा सकेगा. जिसके लिए विभाग ने अलग-अलग कार्यों पर राशि खर्च करने को लेकर भी सूची जारी की गई है. केके पाठक स्कूलों की रंगत और व्यवस्था को बदलने के लिए हर संभव प्रयास करते दिख रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही शिक्षा विभाग ने पढ़ाई के स्तर में सुधार को लेकर कमजोर विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशिक्षण का कार्यक्रम चलाया जाएगा. जिस कार्यक्रम पर जुलाई से अमल किया जाएगा.
शिक्षकों और छात्रों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
इसके लिए स्कूलों के प्रदर्शन के साथ ही शिक्षकों के प्रशिक्षण पर भी नजर बनाए रखेगी. इस कार्यक्रम का मुख्य मकसद यह है कि कमजोर विद्यालयों की गुणवत्तापूर्ण सुधार हो सके. जिसमें शिक्षकों और छात्रों दोनों के प्रदर्शन को आंका जाएगा. केके पाठक लगातार स्कूलों का निरीक्षण करते दिख जाते हैं.