
महेश्वर हजारी के बेटे की राजनीति में एंट्री पर चिराग पासवान का बड़ा बयान, जानें क्या कहा?
बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा गरम है, बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सनी हजारी को कांग्रेस पार्टी ने समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि सन्नी हजारी आज (23 अप्रैल) से चुनाव मैदान में भी उतर चुके हैं.
बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा गरम है, बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सनी हजारी को कांग्रेस पार्टी ने समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि सन्नी हजारी आज (23 अप्रैल) से चुनाव मैदान में भी उतर चुके हैं. इस बीच लोक जनशक्ति पार्टी के राम विलास सुप्रीमो चिराग पासवान ने महेश्वर हजारी पर बड़ा आरोप लगाया और पशुपति पारस के साथ विवाद के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया. वहीं इसको लेकर चिराग पासवान ने कहा है कि, ”2021 में हमारी पार्टी को तोड़ने में महेश्वर हजारी की अहम भूमिका थी, वो हमारे परिवार को तोड़ने का काम किए. महेश्वर हजारी जी अपने आप को मेरा परिवार कहते हैं. लेकिन वह पासवान जाती को तोड़ने में हर समय आगे रहे हैं. 2009 में वह हमारे पिता के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे थे.”
महेश्वर हजारी पर फूटा चिराग पासवान का गुस्सा
आपको बता दें कि आगे चिराग पासवान ने कहा कि, ”यह (महेश्वर हजारी) वही लोग हैं, जिन्होंने अनुसूचित जाति को तोड़ा है. यह वही लोग हैं जो रामविलास के खिलाफ लगे रहे हैं. हमारी कम्युनिटी को तोड़ने में इन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी. यह वही लोग हैं जिन लोगों ने हमारे पासवान जाति को तोड़ा है. यह चुनाव का समय है इस पर जनता फैसला करेगी, लेकिन हमें नहीं लगता है कि हमारी कम्युनिटी का कोई भी सदस्य उनके साथ जाएगा.” साथ ही आगे चिराग पासवान ने कहा कि, ”ये वही लोग हैं जो रामविलास जी को गाली देते रहे और आज उनके साथ चुनाव लड़ रहे हैं जिन्होंने हमारे माता जी को गाली दी है.”
चिराग पासवान ने शांभवी को दिया है टिकट
आपको बता दें कि समस्तीपुर लोकसभा सीट चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी राम विलास के खाते में है और उस सीट पर चिराग पासवान ने बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. हालांकि, महेश्वर हजारी ने उस सीट पर अपने बेटे सनी हजारी के लिए कई बार चिराग पासवान से संपर्क किया था. वहीं सन्नी हजारी पहले से ही समस्तीपुर लोकसभा की तैयारी कर रहे थे, लेकिन चिराग पासवान ने उन्हें टिकट नहीं दिया.
वहीं अब कहा जा रहा है कि महेश्वर हजारी और चिराग पासवान पारिवारिक रिश्तेदार भी हैं. लेकिन चिराग की पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर महेश्वर हजारी ने अपने बेटे के लिए महागठबंधन का दरवाजा खटखटाया और कांग्रेस ने समस्तीपुर लोकसभा से सनी हजारी को टिकट दिया है.