मुख्तार अंसारी की मौत पर मांझी ने किया तेजस्वी को टारगेट, जानें क्या कहा?
यूपी के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बिहार के राजनेताओं के बीच भी राजनीति हो रही है. तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था कि, ”मुख्तार अंसारी के जहर देने वाले आरोप को गंभीरता से नहीं लिया गया.” वहीं अब तेजस्वी यादव की इस प्रतिक्रिया पर जीतन राम मांझी ने तंज कसा है. बता दें कि शुक्रवार (29 मार्च) को मांझी ने कहा था कि, ”तेजस्वी यादव कहीं खुद को स्वतंत्रता सेनानी ना कह दें.”
आपको बता दें कि जीतन राम मांझी गया में पत्रकारों से बात कर रहे थे तभी उन्होंने कहा कि, ”तेजस्वी यादव कहते हैं कि हमने कुछ नहीं किया है, हमारे पीछे ईडी लगी रहती है. कहीं उन पर कार्रवाई हुई तो कहीं यह न कह दें कि हम तो स्वतंत्रता सेनानी हैं. लालू यादव सजायाफ्ता हैं, लेकिन कहते हैं कि फंसाया जा रहा है. खुद की श्री कृष्ण से तुलना करते हैं. ऐसे कई कारण हैं, जिससे उन्हें किसी न किसी रूप में लगता है और वह सोच कर कहते हैं कि हम पर भी कार्रवाई होगी तो जेल भेजा जाएगा.” अब मांझी के इस बयान से सियासत गरमा गई है.
‘माफिया की मौत राजनीतिक मुद्दा नहीं’ – मांझी
आपको बता दें कि आगे जीतन राम मांझी ने कहा कि, ”लालू यादव जेल से निकलते थे तो हाथी-घोड़ा से निकलते थे. जैसे कोई स्वतंत्रता संग्राम से लौट कर आ रहे हैं. माफिया मुख्तार अंसारी की मौत पर भारत का कानून है, वह अपना काम करेगा. अब कोई माफिया के लिए हुड़दंग, दुष्प्रचार कर रहा है तो यह उचित नहीं है. माफिया की मौत हुई. इसका क्या कारण रहा है, यह सरकार देखेगी. जांच होगी. यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है.”
इसके साथ ही आपको बता दें कि पूर्णिया सीट पर पप्पू यादव की दावेदारी पर मांझी ने आगे कहा कि, ”पप्पू यादव कभी आरजेडी में गए थे, कहा कि हम लालू यादव के बेटे हैं, फिर वहां से कांग्रेस में आए. वहां गुणगान किया. अब टिकट नहीं मिला तो कह रहे हैं कि पूर्णिया को नहीं छोड़ेंगे, आत्महत्या कर लेंगे. ऐसी परिस्थिति में बीजेपी में आएंगे या नहीं इस पर हम कुछ नहीं कह सकते हैं.” अब मांझी के इस बयान के बाद आगे पता चलेगा कि पप्पू यादव की मुसीबत बढ़ती है या उनकी बात मानी जाएगी.