भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के उस आरोप को रविवार को सिरे से खारिज कर दिया कि कोरोना वायरस महामारी की आड़ में देश में मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि पाकिस्तानी नेतृत्व की यह ”अजीबो-गरीब टिप्पणी देश (पाकिस्तान) के आंतरिक हालात से ”निपटने के लचर प्रयासों से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश है।
दरअसल, खान ने आज ट्वीट कर भारत सरकार पर आरोप लगाया कि वह कोरोना वायरस संकट की आड़ में जानबूझ कर मुसलमान समुदाय को निशाना बना रही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ”कोविड-19 के उन्मूलन पर ध्यान देने के बजाए, वे (पाकिस्तानी नेतृत्व) अपने पड़ोसियों पर आधारहीन आरोप लगा रहे हैं।”
वह खान की टिप्पणी के संबंध में मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। श्रीवास्तव ने कहा, ”अल्पसंख्यकों के मामले में उन्हें (पाकिस्तानी नेतृत्व) यही सलाह है कि वे अपने यहां अल्पसंख्यक समुदायों की सुध लें, जिनके साथ वास्तव में भेदभाव हो रहा है।
भारत ने पाक से करतारपुर गुरुद्वारे के गुंबदों की क्षति को जल्द ठीक करने को कहा
पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के कम से कम आठ गुंबद आंधी के चलते गिर गए। इससे सिखों के पवित्र धर्मस्थल के विस्तार कार्य में खराब सामग्री के इस्तेमाल को लेकर सवाल उठने लगे। भारत ने इस मामले को पाकिस्तान के साथ उठाया और मांग की कि हुई क्षति को तत्काल ठीक किया जाना चाहिए।
खराब मौसम की वजह से गुरुद्वारे के ढहे गुंबद और अन्य नुकसान की तस्वीरें सप्ताहांत में सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। पिछले साल नवंबर में, दोनों देशों ने भारत के गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक साहिब और पाकिस्तान में गुरुद्वारा करतारपुर साहिब को जोड़ने वाले एक गलियारे को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया था।
करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पाकिस्तान के नरोवाल जिले में स्थित है। गलियारे के खुलने से पहले करतारपुर साहिब के विस्तार कार्य में खराब गुणवत्ता की सामग्री इस्तेमाल किये जाने पर सवाल उठाए जा रहे थे। आम तौर पर सीमेंट और लोहे से बनने वाले गुंबदों को फाइबर शीट का उपयोग करके बनाया गया था। ऐसा प्रतीत हुआ कि पाकिस्तान सरकार ने गलियारे को खोलने के लिए नौ नवंबर की समयसीमा को देखते हुए निर्माण कार्य से समझौता किया था।
एक पाकिस्तानी अधिकारी के अनुसार शुक्रवार देर रात तेज हवाओं और बारिश के कारण कम से कम आठ गुंबद क्षतिग्रस्त हो गए और गिर गए। उन्होंने कहा, ”गुंबद फाइबर से बने थे, इसीलिए तेज हवाओं से गिर गए।” भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि गुरुद्वारे में ढांचे को नुकसान होने के कारण सिख समुदाय में चिंता व्याप्त है।
Source – Hindustan