
घर में घुसे, बाल काटे और बोले- मोदी ने तुम्हें नहीं बुलाया; बांग्लादेश की बैरिस्टर की खौफनाक आपबीती
बांग्लादेश से हिंसा की कई तस्वीरें सामने आई हैं। वहीं बांग्लादेश की मशहूर बैरिस्टर तूरीन अफरोज ने भी डराने वाली आपबीती सुनाई है।
बांग्लादेश में भड़की हिंसा की कई कहानियां सामने आई हैं। हिंदूओं पर हुए अत्याचार के किस्सों ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। हालांकि बांग्लादेश हिंसा का असर अल्पसंख्यकों के अलावा शेख हसीना के समर्थकों पर भी पड़ा है। इस लिस्ट में बांग्लादेश की जानी मानी हस्ती तूरीन अफरोज का नाम भी शामिल है। 5 अगस्त तूरीन भी कट्टरपंथियों के निशाने पर थीं। कुछ लोग जबरन उनके घर में घुसे और फिर जो हुआ उसे सुन कर बांग्लादेश में दहशत का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं होगा।
तूरीन के साथ हुई बदसलूकी
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार 5 अगस्त को जब बांग्लादेश में हिंसा चरम पर थी, कुछ लोग जबरदस्ती तूरीन अफरोज के घर में घुस आए। इनमें ज्यादातर लोग 18-25 साल की उम्र के बीच थे। घर में तूरीन अपनी 16 वर्षीय बेटी के साथ अकेली थीं। दहशतगर्दों ने तूरीन के साथ जो सलूक किया, वो हैरान करने वाला है। उन्होंने तूरीन के बाल काट दिए और उन्हें पेंसिल से गोद डाला।
तूरीन की डरावनी कहानी
तूरीन के अनुसार वो दिन काफी डरावना था। कट्टरपंथियों ने उनसे पूछा कि तुम हिजाब क्यों नहीं पहनती हो? उस दौरान तूरीन को सिर्फ एक ही डर सता रहा था कि कहीं कट्टरपंथी उन्हें मार कर उनकी बेटी का बलात्कार ना कर लें। तूरीन बुरी तरह से डरी हुई थीं। उन्होंने कट्टरपंथियों की हां में हां मिलाते हुए हिजाब पहनने पर सहमति दर्ज करवाई। मगर कट्टरपंथी यहीं नहीं रुके। उन्होंने तूरीन के बाल काटे और उनको पेंसिल तक चुभोई।
कट्टरपंथियों ने दी धमकी
तूरीन अफरोज का कहना है कि कट्टरपंथियों ने उन्हें देश छोड़ने तक की धमकी दी। कट्टरपंथियों ने तूरीन से कहा कि तुम अपनी मां शेख हसीना के साथ क्यों नहीं गई? क्या मोदी ने तुमको नहीं बुलाया? तूरीन ने उनसे कहा कि मेरे मां-बाप सब चले गए लेकिन मैं कहीं नहीं जाऊंगी। मैं इसी देश में रहूंगी। यह मेरा देश है। इस हादसे के बाद तूरीन अफरोज दो दिन तक घर में रहीं और घर से बाहर भी नहीं निकलीं।
कौन हैं तूरीन अफरोज
बता दें कि तूरीन अफरोज बांग्सादेश की चीफ प्रॉसिक्यूटर रह चुकी हैं। बैरिस्टर के रूप में तूरीन अफरोज ने 1971 के आरोपी रजाकारों को सजा दिलवाई थी। तूरीन के घर में घुसने वाले कट्टरपंथी अल बद्र और जमात-ए-इस्लामी के थे। उन्होंने तूरीन से यहां तक कहा कि शेख हसीना के कहने पर तुमने इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल में कई लोगों को झूठे आरोपों में फंसा दिया।