
नए सुखोई-30 दस्ते से बढ़ेगी भारतीय वायुसेना की ताकत
वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने शनिवार (11 जनवरी) को बताया कि तमिलनाडु के थंजावुर में सुखोई-30 लड़ाकू विमान उड़ाने में माहिर एक नया दस्ता तैयार किया जा रहा है। यह दस्ता भारतीय वायुसेना की संचलात्मक शक्ति में भारी इजाफा करेगा।
बकौल भदौरिया, ‘थंजावुर में हम एक नया सुखोई-30 दस्ता बना रहे हैं, जिसकी मुख्यत: नौसैनिक अभियानों में भूमिका रहेगी। यह दस्ता वायुसेना की दक्षिणी कमान का हिस्सा होगा। संचलात्मक क्षमता के लिहाज से इससे भारतीय वायुसेना की ताकत में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
वहीं दूसरी ओर, आईएनएस विक्रमादित्य पर तेजस लडा़कू विमान की लैंडिंग के साथ ही भारत जंगी जहाज पर उतरने में सक्षम विमान तैयार करने वाला दुनिया का छठा देश बन गया है। उससे पहले अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन यह उपलब्धि दर्ज कर चुके हैं। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डीआरडीओ के बनाए एलसीए तेजस की आईएनएस विक्रमादित्य पर पहली लैंडिंग के बारे में जानकर बेहद खुशी हुई। यह लैंडिंग भारतीय लड़ाकू विमान विकास कार्यक्रम के इतिहास में शानदार घटना है।
एकल इंजन वाला तेजस जल्द सेवानिवृत्त हो रहे मिग-21 की जगह लेगा। बढ़े हादसों के चलते मिग-21 उड़ते ताबूत कहलाने लगे हैं। फ्रांस से मिले राफेल और रूस के सहयोग से निर्मित सुखोई सू-30 एमकेआई के साथ तेजस भारतीय वायुसेना की ताकत बनेगा।
Source-HINDUSTAN