नयी दिल्ली, 26 मार्च केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 16 तक पहुंच गई है। वहीं, 80 नये मामले सामने आने के साथ संक्रमण के मामले बढ़ कर 694 हो गये हैं।
हालांकि, मंत्रालय ने यह भी कहा कि पॉजीटिव मामलों की संख्या की वृद्धि दर भारत में ‘‘तुलनात्मक रूप से स्थिर’’ है।
इस बीच, कोरोना वायरस संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 देशों के समूह से अनुरोध किया कि वैश्विक समृद्धि, सहयोग के लिए हमारे दृष्टिकोण के केन्द्र बिंदु में आर्थिक लक्ष्यों के स्थान पर मानव को रखा जाए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने यह भी कहा कि भारत दूसरे चरण में है क्योंकि अब भी इस बारे में बमुश्किल कोई सबूत है जो यह कहता हो कि तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस का सामुदायिक प्रसार हो रहा है। यह टिप्पणी व्याकुल नागरिकों को बहु प्रतीक्षित भरोसा और उम्मीद की किरण दिखा सकती है।
इस वायरस के फैलने के बीच, केंद्र और राज्य सरकारों ने युद्ध स्तर पर कई कदम उठाए हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिये लागू देशव्यापी ‘लॉकडाउन’ के बीच गरीबों, बुजुर्गों, स्वयं सहायता समूहों और निम्न आग वर्ग को राहत देते हुये 1.70 लाख करोड़ रुपये की ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ की घोषणा की।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित इस प्रोत्साहन पैकेज में गरीबों को तीन महीने के लिये मुफ्त अनाज, दाल और रसोई गैस सिलेंडर तथा महिलाओं और गरीब वरिष्ठ नागरिकों को नकद सहायता उपलब्ध कराना शामिल हैं। भवन एवं अन्य निर्माण कार्यों में लगे श्रमिकों के कल्याण के लिये केन्द्र सरकार के एक कानून के तहत कल्याण कोष बनाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह घोषणा की है कि 17 राज्यों ने कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिये समर्पित अस्पतालों की पहचान शुरू कर दी है।
कोरोना वायरस से जुड़े हालात पर मीडिया को जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, ‘‘अभी तक यह कहने के लिए कोई ठोस साक्ष्य नहीं है कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार समुदाय के स्तर पर हो रहा है।’’
उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि यह वायरस मच्छरों के जरिए फैलता है।
आम जनता को आश्वासन देते हुए अग्रवाल ने कहा कि भारत कोरोना वायरस संक्रमण की चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।
अग्रवाल ने कहा, ‘‘कोविड-19 मामले बढ़ रहे हैं लेकिन, लेकिन यह तुलनात्मक रूप से एक स्थिर रूझान प्रतीत होता है, या फिर इसकी वृद्धि की दर कुछ कम नजर आती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, यह स्पष्ट रूझान स्थापित नहीं करता है। लेकिन हमें आशा है कि सामाजिक मेलजोल से दूर रहने की नीति अपना कर, संक्रमित व्यक्ति से संपर्क में आये लोगों का पता लगा कर और घर में पृथक किये गये सभी लोगों की निगरानी सुनिश्चित कर हम इस रोग का मुकाबला कर पाएंगे।’’
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात 21 दिनों के लिये राष्ट्रव्यापी संपूर्ण ‘लॉकडाउन’ की घोषणा की थी।
जॉंस हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक इस वायरस के कारण दुनियाभर में तीन अरब लोगों को घरों में बंद होना पड़ा है और इससे 21 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है। 140 से अधिक देशों और क्षेत्रों में 4,71,518 मामले दर्ज किये गये हैं।