
कांग्रेस पार्टी ने 26 और विधायकों को राजस्थान भेजने की बात कही
गुजरात में राज्य सभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने 19 विधायकों को राजस्थान के एक रिसोर्ट में भेज दिया है। इससे पहले कांग्रेस के 3 विधायकों ने पहले ही पार्टी से इस्तीफा देकर खुद को अलग कर चुके है।
कांग्रेस सूत्रों से मिली खबर के अनुसार पार्टी फिलहाल 26 और भी विधयकों को राजस्थान स्थित माउंट आबू के एक रिसोर्ट में भेजने का विचार कर रही है। राजस्थान में अभी कांग्रेस की सरकार है और ये उम्मीद जताई जा रही है की बीजेपी वहां कांग्रेस के विधायकों से संपर्क नहीं कर पाएंगी।
गुजरात में कांग्रेस के कुल 65 विधायक है जिनमे से कुछ विधायकों को पहले ही अलग अलग रिसोर्ट में भेजा जा चूका है। सौराष्ट्र के विधायक दल को राजकोट स्थित नील सिटी नाम के रिसोर्ट में भेजा जा चूका है। बाकी दूसरे विधायक दल को गुजरात में आनंद के निकट वाले रिसोर्ट में ठहराया गया है।
कांग्रेस पार्टी ने 4 जून को दिए गए 2 कांग्रेस विधयाकों के इस्तीफे के बाद ये कार्रवाई की है। इससे पहले 2 विधयकों के इस्तीफे के बाद 3 और विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया था।
गुजरात में फिलहाल 4 राज्यसभा सीट में से बीजेपी के पास तीन है और कांग्रेस के पास मात्र 1 सीट है। बीजेपी ने नरहरि अमिन, अभय भारद्वाज और रामीलाबेन बारा को नामांकित किया है। कांग्रेस ने शक्तिसिंह गोहिल और भारतसिन सोलंकी को नामांकित किया है लेकिन अभी कांग्रेस पार्टी ने अपनी पहली पसंद जिसके चुनाव जीतने के ज्यादा आसार है, उसका ऐलान नहीं किया है।
विधायकों के दल बदल के इस प्रक्रिया पर सवाल किये जाने पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने केंद्र द्वारा चलाये गए आत्म निर्भर अभियान पर चुटकी लेते हुए कहा, “ये बीजेपी का पैसों के दम पर आत्म निर्भरता है। बीजेपी के डीएनए में एक वायरस है और ये वायरस विधायकों को पैसों का लालच देकर फैलाया जा रहा है। लेकिन अब जनता इसे समझ चुकी है।”
इन सब के बीच कांग्रेस द्वारा बीजेपी पर विधायकों के खरीद बिक्री का आरोप पहले ही लगाया जा चूका है।