
सरकार ने 8 राज्यों के कुल 1,19,743 लाभार्थियों के खातों से स्कीम के पैसे वापस लिए हैं। इन लोगों की ओर से दी गई जानकारी और दस्तावेज आपस में मेल नहीं खा रहे थे। इस मसले के सामने आने के बाद ही सरकार ने वेरिफिकेशन का फैसला लिया हैकिसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य के साथ चल रही पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत अन्नदाताओं को साल भर में तीन किस्तों में 6,000 रुपये की रकम दी जाती है। इस स्कीम के तहत लाभार्थी किसानों के लिए भी कुछ नियम तय हैं, लेकिन गलत जानकारी देकर रकम लेने के मामले भी सामने आ रहे हैं। पीएम किसान योजना के तहत चल रही इस गड़बड़ी को दूर करने के लिए सरकार ने 5 फीसदी लाभार्थी किसानों का फिजिकल वेरिफिकेशन करने का फैसला लिया है। कृषि मंत्रालय के अनुसार वेरिफिकेशन का यह काम जिला कलेक्टर की निगरानी में होगा।इस स्कीम के तहत गलत खाते में जाने वाली रकम को सरकार वापस ले रही है, इसके अलावा फिजिकल वेरिफिकेशन के जरिए गलत जानकारी देने वालों का पूरा पता लगाया जाएगा। ऐसी स्थिति में उन लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, जिन्होंने इस स्कीम का लाभ लेने के लिए गलत जानकारी दी है। बीते साल दिसंबर तक सरकार ने 8 राज्यों के कुल 1,19,743 लाभार्थियों के खातों से स्कीम के पैसे वापस लिए हैं। इन लोगों की ओर से दी गई जानकारी और दस्तावेज आपस में मेल नहीं खा रहे थे। इस मसले के सामने आने के बाद ही सरकार ने वेरिफिकेशन का फैसला लिया है।गलत ढंग से लाभ लेने पर मिलेगी यह सजा: पीएम किसान सम्मान निधि योजना की वेबसाइट के मुताबिक यदि कोई व्यक्ति गलत जानकारी देकर स्कीम का लाभ लेता है और बाद में पकडे़ जाते हैं तो उसके खाते में गई पूरी रकम को वापस ले लिया जाएगा। इसके अलावा धोखाधड़ी के आरोपों के तहत कानूनी कार्रवाई का भी सामना करना होगा। बता दें कि इस स्कीम के तहत वे लोग ही लाभार्थी हो सकते हैं, जिनके परिवार का सदस्य टैक्स न भरता हो। यही नहीं चतुर्थ श्रेणी के अलावा अन्य किसी स्तर की सरकारी नौकरी वालों या जनप्रतिनिधियों को भी यह लाभ नहीं मिल सकता है।खेती की जमीन का करेंगे कुछ और इस्तेमाल तो नहीं मिलेगा लाभ: यह भी ध्यान देना जरूरी है कि आप यदि खेती की भूमि का इस्तेमाल किसी और काम में करने लगे हैं तो इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। जैसे अपनी खेती की भूमि पर व्यवसायिक गतिविधियां शुरू करना या फिर घर और दुकान आदि का निर्माण करना। ऐसा करने पर आप पीएम किसान योजना के लाभार्थी नहीं माने जाएंगे। ऐसे में यह जरूरी है कि आवेदन से पहले आप इन शर्तों को ध्यान में रखें।
संवाददाता – विनय ठाकुर