- सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की दलीलें
- आईएनएक्स मीडिया ने गलत तरीके से डील की है
- चिदंबरम ने वित्त मंत्री के रूप में मिली शक्तियों का दुरुपयोग किया
- उन्होंने सरकारी हितों के खिलाफ प्राइवेट कंपनी को अनुचित फायदा पहुंचाया
- आईएनएक्स मीडिया से जुड़ा भ्रष्टाचार मनी लॉन्ड्रिंग का बेजोड़ उदाहरण है
- चिदंबरम जांच में भी सहयोग नहीं कर रहे हैं
- चिदंबरम चुप हैं गोलमोल जवाब दे रहे हैं
- चुप रहना संवैधानिक हक, जवाब न देना गलत
- हिरासत में लेकर पूछताछ करना जरूरी
- सीबाआई ने अपना पक्ष मजबूत करने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश का हवाला दिया.
- सीबीआई ने केस डायरी कोर्ट को सौंपी.
- सीबीआई ने कहा कि जांच की गंभीरता के लिए चिदंबरम की हिरासत जरूरी है
- सीबीआई ने कोर्ट से चिदंबरम की पांच दिनों की हिरासत की मांग की
- चिदंबरम की तरफ से वकील कपिल सिब्बल की दलीलें
- केस के बाकी आरोपियों कार्ति, पीटर, इंद्राणी को जमानत मिल चुकी है
- जांच पूरी हो चुकी है
- CBI-ED ने जब भी बुलाया चिदंबरम हाजिर हुए
- सीबीआई ने आज सुबह 11 बजे पूछताछ शुरू की
- सीबीआई ने सिर्फ 12 सवाल पूछे
- 2017 से केस चल रहा फिर भी सवाल तैयार नहीं
- सिर्फ आरोप लगा रही है सीबीआई
- 10 साल बाद एफआईआर क्यों हुई?
- हमने कहा सुबह गिरफ्तार कर लीजिए, चिदंबरम 24 घंटे से सोए नहीं हैं, लेकिन सीबीआई नहीं मानी. आपत्तिजनक तरीके से गिरफ्तारी हुई
- सीबीआई की रिमांड अर्जी में कई खामियां
- बीती रात भी सीबीआई ने चिदंबरम को सोने नहीं दिया
- जरूरी नहीं कि चिदंबरम हर सवाल पर हां कहें
- गुनाह कबूल ना करने का मतलब असहयोग नहीं है
- ये ऐसा केस जिसका सबूतों से कोई लेना देना नहीं
- चिदंबरम की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी की दलीलें
- पूरा मामला इंद्राणी के बयान पर निर्भर
- अप्रूवर बनी महिला के बयान की आड़ में की गई चिदंबरम की गिरफ्तारी
- अप्रूवर का बयान स्टेटस होता है, सबूत नहीं
- FIPB के 6 आरोपी ही अब तक गिरफ्तार नहीं
- फैसला करने वाले गिरफ्तार नहीं
- फैसले को मंजूरी देने वाले को आरोपी बनाया गया
- जून 2018 में सीबीआई ने चिदंबरम से पूछताछ की थी
- 11 महीने तक सीबीआई ने चिदंबरम को क्यों नहीं बुलाया
- पिछली बार पूछताछ में चिदंबरम ने सहयोग किया था
- पूरे केस में सीबीआई का रवैया ही गलत है
- सीबीआई ने रिमांड मांगी है, लेकिन आरोप क्या हैं ये नहीं बताया
- सीबीआई अचानक गिरफ्तारी पर क्यों आमादा हुई
- चिदंबरम वो जवाब नहीं देंगे, जो सीबीआई सुनना चाहती है
- सॉलिसिटर जनरल ने चिदंबरम पर कोई आरोप नहीं लगाया है
- सीबीआई ने जो 12 सवाल पूछे, उनमें से 6 पुराने
अभिषेक मनु सिंघवी ने अपनी दलील खत्म करते हुए कोर्ट से कहा कि चिदंबरम को भी कोर्ट में बोलने की इजाजत मिले.
सॉलिसिटर जनरल ने चिदंबरम को बोलने की इजाजत की मांग का विरोध किया. एसजी ने कहा कि वकीलों के बीच आरोपी को बोलने की इजातत नहीं मिलनी चाहिए. इस पर सिंघवी ने कहा दिल्ली हाईकोर्ट के एक फैसले के मुताबिक आरोपी बोल सकता है.
इस बीच जज ने चिदंबरम से पूछा कि क्या आपके पास बोलने के लिए कुछ है?
पी चिदंबरम ने कोर्ट में कहा:
कृपया उन सवालों और जवाबों पर गौर करें, जिनका कोई जवाब नहीं है, जिनका मैंने जवाब नहीं दिया है, कृपया ट्रांसक्रिप्ट पढ़ें.
उन्होंने (सीबीआई) पूछा, क्या मेरा विदेश में बैंक खाता है, तो मैंने कहा- नहीं. उन्होंने (सीबीआई) पूछा कि क्या मेरे बेटे का खाता है विदेश में, तो मैंने कहा- हां.