हमारे पर्यावरण की हालत पर काफी चर्चाएं हो रही हैं और खास तौर पर पेरिस समझौते के बाद संवहनीय विकास (सस्टेपनेबल डेवलपमेंट) वैश्विक एजेंडे में सबसे ऊपर हो गया है। सस्टे नेबिलिटी अध्ययन की समकालीनता और अत्यंत महत्वपूर्ण प्रकृति अपने दायरे में ऊर्जा व पर्यावरण, प्राकृतिक संसाधन, जल अध्ययन, जैव प्रौद्योगिकी के साथ-साथ जलवायु विज्ञान को भी शामिल करती है। …