युं तो समूचे भारत में लॉकडाउन के बीच सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थानों पर स्वतंत्रता दिवस का राष्ट्रीय पर्व मनाया गया। मगर बछवाड़ा उस वीर सपूत स्वतंत्रता सेनानी की आत्मा आठ-आठ आंसू रोने की विवश होगी। जिन्होंने इस स्वतंत्रता को दिलाने के लिए अंग्रेजों से लड़ते-लड़ते अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। जी हां हम बात कर रहे हैं बछवाड़ा …